राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने सांसद भीम सिंह की पुस्तक ' भारत के 75 महान क्रांतिकारी' के विमोचन में भाग लिया । सिंह ने कम चर्चित स्वतंत्रता सेनानियों को उजागर करने के लिए उनके काम की प्रशंसा की । पुस्तक का उद्देश्य ऐतिहासिक बलिदानों को पहचान दिलाकर एक विकसित भारत को प्रेरित करना है।
आजादी के 75वें साल में क्रांतिकारियों के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप इस पुस्तक की रचना की है। इसके लेखन के लिए उन्होंने सैकड़ों पुस्तकों व दस्तावेजों का लगभग दो वर्षों तक अध्ययन किया है। इन 75 क्रांतिकारियों में कई ऐसे क्रांतिकारी भी हैं, जिन्हें आज लोग लगभग भूल चुके हैं पर उनका संघर्ष व योगदान प्रसिद्ध क्रांतिकारियों से कहीं से भी कम नहीं था।
उदाहरण स्वरूप टाटिया भील, मास्टर दा सूर्यसेन, प्रीतिलता वाडेदार, पंडित परमानंद झांसी, ज्योतिंद्र नाथ मुखर्जी, वांची अय्यर, कन्हरे, सराभा, रानी गाईदिनल्यू आदि के नाम लिये जा सकते हैं।
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