राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के कर्मियों के लिए 103 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी। इनमें 4 कीर्ति चक्र और 18 शौर्य चक्र हैं। 9 पुरस्कार मरणोपरांत दिए गए। वायु सेना केदु 2 बहार जवानों को शौर्य चक्र और 6 जवानों को वायु सेना मेडल दिया गया है।
कीर्ति चक्र से सम्मानित 4 जवान
1. कर्नल मनप्रीत सिंह, सेना मेडल, सिख लाइट इन्फैंट्री/19वीं बटालियन राष्ट्रीय राइफल्स (मरणोपरांत)
2. मेजर मल्ला राम गोपाल नायडू, मराठा लाइट इन्फैंट्री/56वीं बटालियन राष्ट्रीय राइफल्स
3. राइफलमैन रवि कुमार, जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री/63वीं बटालियन राष्ट्रीय राइफल्स (मरणोपरांत)
4. पुलिस उपाधीक्षक हिमायूं मुजम्मिल भट, जम्मू और कश्मीर पुलिस, सी/ओ 19वीं बटालियन राष्ट्रीय राइफल्स (मरणोपरांत)
एयरफोर्स में शौर्य चक्र पाने वाले दो जवान -
1. वर्नोन डेसमंड कीन वीएम, विंग कमांडर
विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। 24 जुलाई 2023 को जगुआर फाइटर जेट ने उन्हें खराबी के संकेत दिए। इस बीच 2500 फीट की ऊंचाई पर दाहिना इंजन भी फेल हो गया। विमान तेजी से यूपी के गोरखपुर शहर के पास पहुंच गया। एक इंजन के सहारे पायलट ने विमान को कंट्रोल करके गैर आबादी वाले क्षेत्र की ओर मोड़ दिया। इस तरह उन्होंने एक बड़ा हादसा टाल दिया था।
2. दीपक कुमार, स्क्वाड्रन लीडर
स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार इस समय एयर फोर्स स्टेशन हकीमपेट में तैनात हैं। उन्हें 25 अगस्त 2023 को उड़ान के दौरान उनके विमान से पक्षी टकराया, जिससे इंजन में आग लग गई। उन्होंने तुरंत जेट की लैंडिग का निर्णय लिया। रात में सीमित संकेतों के बावजूद उन्होंने अपने सूझबूझ से विमान को छोटे रनवे पर जबरन उतारा।
क्या है शौर्य चक्र?
4 जनवरी 1952 को अशोक चक्र श्रेणी-III अवॉर्ड की शुरुआत हुई थी। बाद में 27 जनवरी 1967 को इसका नाम बदलकर शौर्य चक्र कर दिया गया। शौर्य चक्र सेना, नौसेना और वायु सेना, किसी भी रिजर्व फोर्स, टेरिटोरियल सेना और किसी भी अन्य सशस्त्र बलों के सभी रैंकों के अधिकारियों को दिया जाता है। शौर्य चक्र में एक मेडल दिया जाता है और मॉनेट्री अलाउंस के रूप में 1500 रुपए की रकम दी जाती है।
1960 में वायु सेना मेडल की शुरुआत हुई थी -
वायु सेना मेडल की शुरुआत 26 जनवरी 1960 को किया गया था। यह पुरस्कार वायु सैनिकों की वीरता, उनकी सेवा या कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए दिया जाता है। इसमें एक मेडल होता है, रिबन और बार समेत 500 रुपए का मॉनेट्री अलाउंस दिया जाता है।
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