रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ ) ने ओडिशा के तट पर अपने लंबी दूरी के ग्लाइड बम, गौरव का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
यह स्मार्ट बम भारतीय वायुसेना के एसयू -30 एमकेआई लड़ाकू विमान से गिराया गया था।
डीआरडीओ के गौरव और गौतम बम
डीआरडीओ की हैदराबाद स्थित अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) प्रयोगशाला भारतीय वायु सेना के लिए गौरव और गौतम नामक लंबी दूरी के ग्लाइड बम विकसित कर रही हैं।
गौरव एक पंखों वाला लंबी दूरी का ग्लाइड बम है जिसका वजन 1000 किलोग्राम है और इसकी ग्लाइड रेंज 100 किमी है।
गौतम बम, जिसका वजन 550 किलोग्राम है, एक गैर-पंख वाला लंबी दूरी का ग्लाइड बम है जिसकी ग्लाइड रेंज 30 किमी है।
गौरव बम में एक हाइब्रिड नेविगेशन सिस्टम है जिसमे इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (आईएनएस) और ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) है।
डीआरडीओ केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के तहत एक प्रमुख रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन है। इसकी स्थापना 1958 में भारतीय सशस्त्र बलों को हथियार प्रणालियों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्नत रक्षा तकनीक विकसित करने के लिए की गई थी।
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