अकबर

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अकबर

किस स्थान पर अकबर को हुमायूँ की मृत्यु की सूचना मिलने पर राजगद्दी पर बैठाया गया था - कालानौर        P.C.S. (Pre) 2015

  • हुमायूँ की मृत्यु के अवसर पर अकबर पंजाब में सिंकदर सूर को समाप्त करने में संलिप्त था।
  • उस अवसर पर बैरम खां उसके संरक्षक के रुप में कार्य कर रहा था।
  • हुमायूँ की मृत्यु की सूचना मिलने पर पंजाब में गुरुदासपुर जिले के निकट कालानौर नामक स्थान पर 14 फरवरी, 1556 को अकबर को मुगल बादशाह घोषित किया गया।
  • उस समय अकबर की आयु 14 वर्ष से कम थी।

हल्दी घाटी के युद्ध के पीछे अकबर का मुख्य उद्देश्य था - राणा प्रताप को अपने अधीन लाना        R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992

  • अकबर ने अप्रैल, 1576 में मानसिंह के नेतृत्व में 5 हजार सैनिकों को राणा प्रताप के विरुद्ध भेजा।
  • मानसिंह मंडलगढ़ के मार्ग से होता हुआ गोगुंडा गढ़ से चौदह मील दूर हल्दी घाटी दर्रे के निकट पहुंचा, राणा प्रताप भी मुगल सेना का सामना करने के लिए पहाड़ियों से उत्तर आया।
  • उसके बाद जो युद्ध हुआ, वह हल्दी घाटी युद्ध के नाम से प्रसिद्ध है, जिसमें राणा प्रताप पराजित हुए और उन्हें अरावली की पहाड़ियों में शरण लेनी पड़ी।

हल्दी घाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की सेना के सेनापति कौन थे - हकीम खान        B.P.S.C. (Pre) 2015

  • हल्दी घाटी का युद्ध 1576 ई. में महाराणा प्रताप और मुगल सेनापति मानसिंह एवं आसफ खां के मध्य लड़ा गया।
  • राजपूत योद्धाओं के अलावा राणा की सेना के अग्रभाग का नेतृत्व अफगानों की एक टुकड़ी के साथ हमीर खां सूर कर रहा था।
  • राणा की सेना में भीलों की भी एक छोटी - सी टुकड़ी शामिल थी।
  • यह राणा प्रताप की मुगलों के साथ आमने - सामने की आखिरी मुठभेड़ थी।
  • आगे उसने छापामार युद्ध का सहारा लिया।

किस चिश्ती संत के दरगाह पर अकबर दर्शन हेतु अधिक जाता था - मुइनुद्दीन चिश्ती        U.P.P.C.S. (Mains) 2012

  • अकबर ने सूफी मत में अपनी आस्था जताते हुए चिश्तिया संप्रदाय को समर्थन दिया था।
  • वह ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की अजमेर स्थित दरगाह पर दर्शन हेतु अक्सर जाता था।
  • इसके अतिरिक्त वह समकालीन सूफी संत शेख सलीम चिश्ती के दर्शन हेतु अक्सर सीकरी भी जाया करता था।

अकबर ने सर्वप्रथम वैवाहिक संबंध राजपूतों के जिस गृह से स्थापित किये, वह था - कछवाहों से        U.P.P.C.S. (Pre) 2004

अकबर ने किसे स्वयं मारा था - अधम खां को        U.P.P.C.S. (Mains) 2010        

  • माहम अनगा के पुत्र अधम खां को 1562 ई. में अकबर ने स्वयं मारा था क्यों कि उसने अकबर के प्रधानमंत्री अतगा खां की हत्या कर दी थी।

राजपूताना राज्यों में से किस एक ने अकबर की संप्रभुत्ता स्वयं स्वीकार नहीं की थी - मेवाड़        U.P. Lower Sub. (Pre) 2004

  • मेवाड़ राज्य ने अकबर की संप्रभुत्ता स्वयं स्वीकार नहीं की थी।
  • वहां के शासक राणा प्रताप ने लंबे समय तक मुगलों से युद्ध लड़ा।
  • राणा प्रताप की मृत्यु के बाद उसके पुत्र राणा अमर सिंह ने 1615 ई. में जहाँगीर से संधि की थी।

अकबर ने साथ युद्ध करने वाली दुर्गावती कहाँ की रानी थी - मंडला        M.P.P.C.S. (Pre) 2010

किस मुस्लिम शासक ने तीर्थयात्रा कर समाप्त कर दिया था - अकबर        B.P.S.C. (Pre) 2011

बादशाहों में किसको एक प्रबुद्ध निरंकुश कहा जा सकता है - अकबर        U.P.P.C.S. (Mains) 2009

  • अकबर एक महान शासक था जिसका साम्राज्य अफगानिस्तान कश्मीर से लेकर गोदावरी नदी के किनारे तक विस्तृत था।
  • वह एक धर्मनिरपेक्ष शासक था।
  • संपूर्ण सत्ता उसी में निहित थी, वह प्रशा के फ्रेडरिक महान और इंग्लैंड की रानी एलिजाबेथ की तरह प्रबुद्ध निरंकुश शासक कहा जाता है, जिसके शासनकाल में कानून की दृष्टि में सभी समान थे।

किसने यह आज्ञा दी थी कि आदमी को एक ही स्त्री से विवाह करना चाहिए और वह तभी दूसरा विवाह कर सकता है जब उसकी पहली पत्नी बन्ध्या हो - अकबर        U.P.P.C.S. (Mains) 2002

  • अकबर ने कुछ सामाजिक परंपराओं और व्यक्तिगत मान्यताओं पर अंकुश अवश्य लगाया परंतु उसने यह कार्य सुधार की दृष्टि से किया।
  • उदाहरण के लिए उसने आज्ञा दी कि आदमी को एक ही स्त्री से विवाह करना चाहिए और वह तभी दूसरा विवाह कर सकता है जब उसकी पहली पत्नी बन्ध्या हो।
  • उसने हिन्दू विधवाओं को पुनर्विवाह करने का अधिकार दे दिया तथा बलपूर्वक स्त्रियों के सती होने पर रोक लगा दी।

अकबर ने दीन - ए - इलाही किस वर्ष प्रारंभ किया - 1582        P.C.S. (Pre) 2011

  • अकबर ने 1582 ई. में तौहीद - ए - इलाही या दीन - ए - इलाही की स्थापना की।
  • इसके साथ - साथ अकबर ने सभी धर्मों के मूल सिद्धांतों को सम्मिलित कर इसे सर्वमान्य बनाने का प्रयास किया।
  • दीन - ए - इलाही वास्तव में सूफी सर्वेश्वरवाद पर आधारित एक विचार पद्धति थी।
  • इस नवीन संप्रदाय का प्रधान पुरोहित अबुल फजल था।
  • हिन्दुओं में केवल बीरबल ने इसे स्वीकार किया था।
  • राजा भगवानदास और राजा मानसिंह ने इसका सदस्य बनने से इंकार कर दिया था।

किस इतिहासकार ने दीन - ए - इलाही को एक धर्म कहा - मोहसिन फानी        U.P.P.C.S. (Pre) 2000

  • अकबर द्वारा प्रवर्तित दीन - ए - इलाही कोई धर्म नहीं था, एख सूफी मत था जिसके नियम सर्वधर्म समन्वय पर आधारित थे।
  • जहाँगीर के समकालीन मोहसिन फानी ने अपनी रचना - दबिस्तान - ए - मजाहिब में पहली बार दीन - ए - इलाही का एक स्वतंत्र धर्म के रुप में उल्लेख किया था।

अकबर के शासनकाल में पुनर्गठित केन्द्रीय प्रशासन तंत्र के अंतर्गत सैनिक विभाग का प्रमुख था - मीर बख्शी        I.A.S. (Pre) 1997

  • अकबर के शासनकाल में पुनर्गठित केन्द्रीय प्रशासन तंत्र के अंतर्गत मीर बख्शी मुख्यतः सैन्य विभाग का प्रमुख था, किंतु उसे प्रधान सेनापति नहीं कहा जा सकता।
  • उसका कार्य सैनिकों के वेतन एवं सैनिक संगठन से संबंधित था।
  • वह मनसबदारों की सूची रखता था तथा उसे बादशाह अकबर के समक्ष प्रस्तुत करता था।
  • सैनिकों की भर्ती, उनके शस्त्रों की व्यवस्था, सैनिकों का निरिक्षण आदि उसके कार्यो के अंतर्गत था।

अकबर कालीन सैन्य व्यवस्था आधारित थी - मनसबदारी        U.P.P.C.S. (Pre) 1992

  • साम्राज्य के विस्तार एवं शांति - सुव्यवस्था के लिए सुसंगठित सेना का होना अत्यंत आवश्यक था।
  • इस दृष्टि से अकबर ने अपनी सैन्य व्यवस्था की अनेक त्रुटियों में सुधार किया।
  • उसने 1573 ई. में घोड़ो को दागने की प्रथा का पुनः प्रचलन किया जिससे सेनापति अपने घोड़े न बदल सकें अथवा एक घोड़े को दो बार न प्रस्तुत कर सकें।
  • इसके दो वर्ष पश्चात 1575 ई. में अकबर ने मनसबदारी व्यवस्था के आधार पर सैनिक संगठित किया।
  • मनसब शब्द का अर्थ श्रेणी या पद है तथा मनसबदार का अर्थ उस अधिकारी से था, जिसे शाही सेना में एक पद या श्रेणी प्राप्त थी।
  • अकबर की मनसबदारी व्यवस्था दशमलव प्रणाली पर आधारित थी।

किस कर - व्यवस्था को बंदोबस्त व्यवस्था के नाम से भी जाना जाता है - दहसाला        P.C.S. (Pre) 2013

  • अकबर कालीन भू-राजस्व व्यवस्था की दहसाला पद्धति को बंदोबस्त व्यवस्था के नाम से भी जाना जाता है।

टोडरमल संबंधित थे - मालगुजारी सुधारों से        U.P.P.C.S. (Mains) 2012

  • अकबर द्वारा भू-राजस्व व्यवस्था के पुनर्निर्धारण हेतु 1570 - 71 में मुजफ्फर खां तुरबती और राजा टोडरमल को अर्थमंत्री के पद पर नियुक्त किया गया था।
  • राजा टोडरमल ने अलग - अलग फसलों पर नकद के रुप में वसूल की जाने वाली लगान राशि का 1571 से 1580 के मध्य लगभग 10 वर्ष का औसत निकालकर, उस औसत का एक - तिहाई भू-राजस्व के रुप में निश्चित किया था जिसे दहसाला मालगुजारी व्यवस्था कहा गया।
  • आइने दहसाला व्यवस्था को टोडरमल बंदोबस्त भी कहा जाता था।

फतेहपुर सीकरी का इबादतखाना क्या था - वह भवन जिसमें विभिन्न धर्मों के विद्वानों के साथ अकबर चर्चा करता था        I.A.S. (Pre) 2014

इबादत खाने का निर्माण किसने करवाया - अकबर        M.P.P.C.S. (Pre) 1991

  • बादशाह अकबर ने धार्मिक चर्चा एवं विचार - विमर्श के लिए 1575 ई. में फतेहपुर सीकरी में एक इबादत खाना के निर्माण का आदेश दिया।
  • इबादत खाना में बादशाह की अध्यक्षता में सैयद, शेख एवं उलेमा धार्मिक चर्चा किया करते थे।
  • 1578 ई. में अकबर ने सभी धर्मावलंबियों के लिए इबादतखाना का द्वार खोल दिया।
  • अकबर ने समस्त धार्मिक मामलों को अपने हाथों में लेने के लिए 1579 ई. में महजरनामा जारी करवाया, जिसने उसे धर्म के मामलों में सर्वोच्च बना दिया।
  • इस पांच उलेमाओं या इस्लामी धर्मविदों के हस्ताक्षर थे।
  • महजर को स्मिथ और वूल्जले हेग ने अचूक आज्ञापत्र कहा है।
  • महजर जारी करने के बाद अकबर ने सुल्तान - ए - आदिल या इमाम - ए - आदिल की उपाधि धारण की।

अकबर के दरबार में आने वाला पहला अंग्रेज व्यक्ति था - रॉल्फ फिंच        P.C.S. (Pre) 2003

  • रॉल्फ फिंच (1583 - 91) फतेहपुर सीकरी और आगरा पहुँचने वाला पहला अंग्रेज व्यापारी था।
  • इसने भारत के विभिन्न भागों में भ्रमण करते हुए अनेक स्थानों का अवलोकन किया तथा 16 वीं सदी के भारतीय व्यापारिक तथा नगर केन्द्रों के बारे में मूल्यवान विवरण प्रस्तुत किया।

इंग्लैंड की रानी एलिजाबेथ प्रथम का समकालीन भारतीय राजा था - अकबर        U.P.P.C.S. (Mains) 2002

  • इंग्लैंड की रानी एलिजाबेथ प्रथम का समकालीन भारतीय राजा अकबर था।
  • 1600 ई. में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना के समय इंग्लैंड की रानी एलिजाबेथ थी।
  • भारत में उस समय अकबर (1556 - 1605) का शासन था।
  • एलिजाबेथ प्रथम का काल 1533 - 1603 ई. था।

मुगल सम्राट अकबर के समय का प्रसिद्ध चित्रकार था - दसवंत        R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992        

  • अकबर कालीन चित्रकारों के नाम अबुल फजल ने अपनी आइने अकबरी में गिनाएं हैं --- दसवंत, बसावन, केशव लाल, मुकुंद, मिस्किन, फारुख कलमक, माधू, जगन, महेश, खेमकरण, तारा, सांवल, हरिवंश।
  • दसवंत, जो एक कहार का बेटा था, के काम से अकबर इतना प्रभावित हुआ था कि उसने इसे अपने समय का पहला अग्रणी कलाकार बनने में सहयोग दिया।
  • लेकिन बाद में यह महान चित्रकार मानसिक रुप से विक्षिप्तता का दौरा पड़ने पर दसवंत ने 1584 ई. आत्महत्या कर ली थी।

सम्राट अकबर द्वारा निम्न में से किसको जरी कलम की उपाधि प्रदान की गई थी - मुहम्मद हुसैन         I.A.S. (Pre) 2010       

  • अकबर के दरबार के प्रसिद्ध ग्रंथकर्ताओं (जिनकी एक सूची आइने अकबरी में मिलती है) में सबसे प्रमुख कश्मीर का मुहम्मद हुसैन था जिसे अकबर ने जरी कलम की उपाधि प्रदान की थी।

जिस मध्यकालीन भारतीय लेखक ने अमेरिका की खोज का उल्लेख किया है, वह है - अबुल फजल         I.A.S. (Pre) 1997

  • मुगल कालीन विद्वान अबुल फजल ने अमेरिका की खोज का उल्लेख किया है।

जैन साधु जो अकबर के दरबार में कुछ वर्ष रहा और जिसे जगदगुरु की उपाधि से सम्मानित किया गया, वह था - हरिविजय सूरि        U.P.P.C.S. (Mains) 2002        

  • हरिविजय सूरि ही वह जैन साधु था, जो अकबर के दरबार में कुछ वर्ष तक रहा एवं जिसे जगदगुरु की उपाधि से सम्मानित किया गया।
  • 1582 ई. में अकबर ने जैनाचार्य को जैन सिद्धांतों को समझने की इच्छा से आहूत किया था।
  • इनकी विद्वता एवं चितंन तथा विनम्रता से प्रभावित होकर अकबर ने कुछ दिनों के लिए मांस भक्षण बंद कर दिया था एवं पशु - पक्षियों के वध पर भी रोक लगा दी थी।
  • मुगल दरबार में एक अन्य विद्वान जिन चंद्र सूरी भी रहते थे जिन्हें युग प्रधान की उपाधि प्रदान की गई थी।

महाभारत के फारसी अनुवाद का शीर्षक है - रज्मनामा        U.P.P.C.S. (Mains) 2002/U.P.D.A./L.D.A. (Pre) 2002/U.P.P.C.S. (Pre) 2003

  • अकबर के आदेश से महाभारत के विभिन्न भागों का रज्मनामा नाम से फारसी में अनुवाद - नकीब खां, बदायूंनी तथा फैजी आदि विभिन्न विद्वानों के सम्मिलित प्रयत्नों से किया गया।
  • इसके अतिरिक्त बदायूंनी ने रामायण का फैजी ने लीलावती का तथा अबुल फजल ने कालियादमन का फारसी में अनुवाद किया।

किसने महाभारत का फारसी में अनुवाद किया था - अब्दुल कादिर बदांयूनी        U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016

  • अकबर के शासनकाल में महाभारत का फारसी भाषा में अनुवाद अब्दुल कादिर बदायूंनी तथा फैजी के द्वारा रज्मनामा नाम से किया गया था।

अकबर का मकबरा कहाँ पर स्थित है - सिकंदरा        U.P.P.C.S. (Pre) 1992

अकबर द्वारा बनवाई गई श्रेष्ठतम इमारतें पाई जाती है - फतेहपुर सीकरी में        R.A.S./R.T.S. (Pre) 1994            

  • दीवाने - आम, दीवाने - खास, कोषागार, ज्योतिषी की बैठक, पंच महल, खास महल, तुर्की सुल्ताना की कोठी, जोधाबाई का महल, हवामहल, मरियम की कोठी, बीरबल की कोठी आदि है।

जहांगीर महल स्थित है - आगरा        M.P.P.C.S. (Pre) 1990                

किस मुगल सम्राट ने शिक्षा संबंधी सुधार किए थे - अकबर        M.P.P.C.S. (Pre) 2014

किस मुगल बादशाह के विरुद्ध जौनपुर से फतवा जारी हुआ था - अकबर        U.P.P.C.S. (Mains) 2011

  • 1580 ई. में जौनपुर के एक धर्म गुरु ने सभी मुस्लिमों को अकबर के विरुद्ध विद्रोह करने के लिए फतवा जारी किया था।
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Exam List

अकबर - 01
  • Question 20
  • Min. marks(Percent) 50
  • Time 20
  • language Hin & Eng.
अकबर - 02
  • Question 20
  • Min. marks(Percent) 50
  • Time 20
  • language Hin & Eng.
अकबर - 03
  • Question 20
  • Min. marks(Percent) 50
  • Time 20
  • language Hin & Eng.
Test
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