बिहार के वन्य जीव अभ्यारण्य
अभ्यारण्य | जिला | विशेषताएँ |
वाल्मीक नगर वन्य जीव अभ्यारण्य | प. चम्पारण | बिहार राज्य का एकमात्र बाघ संरक्षण केंद्र है। |
उदयपुर वन्य जीव अभ्यारण्य | प. चम्पारण | ------------------- |
गौतम बुद्ध अभ्यारण्य | गया | चीतल, चीता, तेंदुआ, साँभर, हिरन आदि के लिए प्रसिद्ध |
कैमूर वन्य जीव अभ्यारण्य | कैमूर और रोहतास | -------------------- |
विक्रम शिला गंगा डॉल्फिन अभ्यारण्य | भागलपुर | भारत में अपनी तरह का पहला डाल्फिन अभ्यारण्य। |
भीम बाँध वन्य जीव अभ्यारण्य | मुंगेर | तेंदुआ, भालू, साँभर, मगरमच्छ आदि। |
पंत वन्य जीव अभ्यारण्य | राजगीर - नालंदा | यहां अनेक दुर्लभ पक्षी एवं जानवर पाये जाते है। |
नागी एवं नकटी डैम पक्षी विहार | जमुई | --------------------- |
बक्सर पक्षी विहार | बक्सर | अक्टूबर माह में लालशर नामक पक्षी कश्मीर से यहाँ प्रवास करने के लिए आते हैं। |
काबर पक्षी विहार | बेगूसराय | रुस, साइबेरिया आदि से प्रवासी पक्षी आते है। |
कुशेश्वर पक्षी विहार | दरभंगा | उत्तर भारत का सबसे बड़ा पक्षी विहार साइबेरियाई पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है। |
बरेला ताल पक्षी विहार | वैशाली | ----------------------- |
गोगाबिल पक्षी विहार | कटिहार | ----------------------- |
संजय गांधी जैविक उद्यान | पटना | गैंडा प्रजनन में एशिया का सबसे बड़ा व विश्व का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र है। राज्य का पहला पॉलीथिन निषिद्ध क्षेत्र है। पौधों के संरक्षण हेतु कैक्टस हाउस एवं ग्रीन हाउस स्थापित किया गया है। |