भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की थी - ए.ओ.ह्यूम ने B.P.S.C. (Pre) 2000
- एलन आक्टेवियन ह्यूम (ए.ओ.ह्यूम) भारतीय सिविल सेवा के सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी थे।
- ये शिमला में बस गए थे।
- 1884 में इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय संघ (Indian National Union) की स्थापना की, जो कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अग्रदूत था।
- कलकत्ता, बंबई तथा मद्रास का दौरा करने के उपरांत इन्होंने यह घोषणा की कि दिसंबर 1885 में भारतीय राष्ट्रीय संघ का एक सम्मेलन पुणे में आयोजित किया जाएगा जिसमें तीनों महाप्रांतों के सभी भागों के शिक्षित प्रतिनिधि शामिल होंगे।
- लेकिन पुणे में हैजा फैल जाने के कारण सम्मेलन का स्थल बदलकर तेजपाल संस्कृत विद्यालय, बंबई कर दिया गया।
- भारतीय राष्ट्रीय संघ का पहला अधिवेशन 28 दिसंबर, 1885 को हुआ, इसी सम्मेलन में दादाभाई नौरोजी के सुझाव पर इस संगठन का नाम बदलकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कर दिया गया।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई - वर्ष 1885 में P.C.S. (Mains) 2006/B.P.S.C. (Pre) 1999/U.P.P.C.S. (Mains) 2010/P.C.S. (Pre) 2003
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 ई. में ए.ओ.ह्यूम द्वारा की गई थी जो एक अवकाश प्राप्त अंग्रेज अधिकारी थे।
- इसका पहला अधिवेशन 28 दिसंबर, 1885 को बंबई स्थित गोकुलदास तेजपाल संस्कृत विद्यालय ने भाग लिया।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी (डब्ल्यू.सी.बनर्जी) ने की थी तथा इसके प्रथम महासचिव स्वयं ए.ओ.ह्यूम थे।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 1885 में महासचिव कौन था - ए.ओ.ह्यूम U.P.U.D.A./L.D.A. (Spl) (Pre) 2010
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1885 ई. में महासचिव (सचिव) ए.ओ.ह्यूम थे।
- इन्होंने ही कांग्रेस का गठन किया।
- डब्ल्यू.सी.बनर्जी 1885 ई. में कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन के अध्यक्ष थे।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के समय भारत का वायसराय कौन था - लॉर्ड डफरिन U.P.P.C.S. (Mains) 2011/U.P.P.C.S. (Mains) 2006/U.P.P.C.S. (Mains) 2012
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना (1885) के समय भारत का वायसराय लॉर्ड डफरिन (कार्यकाल - 1884 - 1888) था।
- उसने कांग्रेस का यह कहकर मजाक उड़ाया था कि यह सूक्ष्मदर्शी अल्पसंख्यकों की संस्था है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अध्यक्ष थे - व्योमेश चंद्र बनर्जी U.P.P.C.S. (Pre) 2015
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दूसरे अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की - दादाभाई नौरोजी B.P.S.C. (Pre) 2001
- कांग्रेस का दूसरा अधिवेशन 1886 ई. में कलकत्ता में हुआ।
- इसकी अध्यक्षता दादाभाई नौरोजी ने की।
- इसी अधिवेशन में इंडियन नेशनल कॉन्फ्रेंस का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय हुआ था।
- इसके अतिरिक्त दादाभाई नौरोजी ने 1893 ई. में लाहौर अधिवेशन तथा 1906 ई. में कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
कांग्रेस के लिए समर्थन प्राप्त करने के लिए 1889 ई. में एक समिति स्थापित की गई। उस समिति का सभापति था - मि. डिग्बी R.A.S./R.T.S. (Pre) 1996
- कांग्रेस के लिए समर्थन प्राप्त करने के उद्देश्य से जुलाई, 1889 में लंदन में विलियम डिग्बी की अध्यक्षता में ब्रिटिश कमेटी ऑफ इंडिया की स्थापना की गई।
- यह इंडियन नेशनल कांग्रेस की एक समिति थी।
- इस समिति ने भारतीय मामलों से अंग्रेजों को अवगत कराने के उद्देश्य से इंडिया नामक साप्ताहिक पत्र निकाला।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम निर्वाचित यूरोपीय अध्यक्ष था - जॉर्ड यूले U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम निर्वाचित यूरोपीय अध्यक्ष जॉर्ज यूले था।
- इसने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के चतुर्थ अधिवेशन (1888 ई.) की अध्यक्षता की थी।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सर्वप्रथम मुस्लिम अध्यक्ष थे - बदरुद्दीन तैयबजी U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2004/U.P.P.C.S. (Mains) 2003
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सर्वप्रथम मुस्लिम अध्यक्ष होने का गौरव बदरुद्दीन तैयबजी को है, ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 27 - 28 दिसंबर, 1887 को मद्रास में सम्पन्न हुए तीसरे अधिवेशन के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए।
- इस अधिवेशन में कुल 607 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- इसी सम्मेलन में पहली बार कांग्रेस के कार्य संचालन का भार प्रतिनिधियों की एक कमेटी के हाथों में सौंपा गया।
- यह कमेटी आगे चलकर विषय निर्धारिणी समिति कहलाई।
किस अधिवेशन के लिए कांग्रेस ने पहली बार एक महिला को अध्यक्ष चुना - कलकत्ता अधिवेशन, 1917 U.P.P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015
- कांग्रेस के 32 वें अधिवेशन का आयोजन 26 - 29 दिसंबर, 1917 को कलकत्ता में हुआ था।
- इसमें एनी बेसेंट को कांग्रेस का प्रथम महिला अध्यक्ष चुना गया था।
लाल, बाल और पाल त्रिगुट का कौन व्यक्ति भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष हुआ - लाला लाजपत राय U.P.P.C.S. (Pre) 1997
- लाला लाजपत राय, जिन्हें लोग प्रायः शेरे पंजाब कहते थे, 1920 ई. में कलकत्ता के विशेष अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने, वे अनहैपी इंडिया के लेखक थे।
कांग्रेस की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष कौन थीं - सरोजनी नायडू U.P.P.C.S. (GIC) 2010/U.P.P.C.S. (Mains) 2012/R.A.S./R.T.S. (Pre) 2012
- सरोजनी नायडू (1879 - 1949) प्रख्यात कवयित्रि और राष्ट्रवादी नेत्री थीं।
- 1925 में कानपुर में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 40 वें वार्षिक अधिवेशन में वे कांग्रेस की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष बनीं।
- वे महात्मा गांधी की विश्वासपात्र और निष्ठावान सहयोगी थीं।
- स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने पर इन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा।
- 1947 - 48 में यह उत्तर प्रदेश की राज्यपाल भी रहीं।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दूसरा अधिवेशन किसकी अध्यक्षता में हुआ था - दादाभाई नौरोजी B.P.S.C. (Pre) 2001
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन बंबई में हुआ, जिसमें कुल 72 सदस्यों ने हिस्सा लिया (इसे पुणे में आयोजित होना था, लेकिन वहां हैजा फैल जाने के कारण यह बंबई में आयोजित किया गया)।
- दूसरा अधिवेशन 1886 ई. में कलकत्ता में दादाभाई नौरोजी की अध्यक्षता में हुआ था।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस तथा मुस्लिम लीग दोनों ने 1916 ई. में लखनऊ में अधिवेशन किया।
- उसके बाद, कांग्रेस तथा मुस्लिम लीग के बीच लखनऊ समझौता हुआ जो कांग्रेस लीग योजना तथा लखनऊ पैक्ट के नाम से जाना जाता है।
- इसी अधिवेशन में उग्रपंथियों को जिन्हें पिछले नौ वर्ष से कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था पुनः कांग्रेस में शामिल किया गया।
- कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन की अध्यक्षता अंबिका चरण मजूमदार ने की थी।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 27 वां अधिवेशन किस स्थान पर हुआ - बांकीपुर (बिहार) B.P.S.C. (Pre) 2011
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 27 वां अधिवेशन दिसंबर, 1912 में बांकीपुर (बिहार) में संपन्न हुआ।
- इस अधिवेशन की अध्यक्षता आर.एन.मुधोलकर ने की।
- इसी अधिवेशन में ए.ओ.ह्यूम को कांग्रेस का पिता कहा गया।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में बाल गंगाधर तिलक ने अभिव्यक्त किया था, स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, मै उसे लेकर रहूंगा - लखनऊ अधिवेशन, 1916 U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2004
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन, 1916 में बाल गंगाधर तिलक ने कहा था, स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं उसे लेकर रहूंगा।
- इस अधिवेशन में उग्रवादियों की पुनः कांग्रेस में वापसी हुई तथा तिलक एवं एनी बेसेंट के प्रयासों से कांग्रेस तथा मुस्लिम लीग के बीच समझौता हुआ।
- यह समझौता लखनऊ समझौता या कांग्रेस लीग समझौता के नाम से भी प्रसिद्ध है।
मद्रास अधिवेशन (1894) में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष कौन थे - अल्फेड वेब I.A.S. (Pre) 2000
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष होने का गौरव एनी बेसेंट को प्राप्त है, जिन्होंने 1917 में कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता की।
- ए.ओ.ह्यूम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक थे, ये महासचिव बने।
- सी.आर.दास ने 1922 में गया अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
- जबकि 1921 के अहमदाबाद अधिवेशन में भी सी.आर.दास को अध्यक्ष नामित किया गया था लेकिन इस दौरान उनके जेल में होने के कारण इस अधिवेशन की अध्यक्षता हकीम अजमल खां ने की थी और दास ने जेल से कांग्रेस अध्यक्ष के रुप में कार्य किया।
- अल्फ्रेड वेब मद्रास अधिवेशन (1894) में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे।
किसने कहा था, कांग्रेस आंदोलन न तो लोगों द्वारा प्रेरित था, न ही यह उनके द्वारा सोचा या योजनाबद्ध किया गया था - सर सैयद अहमद B.P.S.C. (Pre) 2005
- 1888 ई. में सर सैयद अहमद खां ने एक संयुक्त भारतीय राजभक्त सभा (यूनाइटेड इंडियन पैट्रियाटिक एसोसिएशन) बनाई जिसका उद्देश्य कांग्रेस के प्रचार को निष्फल करना था और लोगों को कांग्रेस से दूर रखना था।
- सैयद अहमद खां ने कहा था - कांग्रेस आंदोलन न तो लोगों द्वारा प्रेरित था, न ही यह उनके द्वारा सोचा या योजनाबद्ध किया गया था।
अध्यक्षीय संबोधन के समय, कांग्रेस अध्यक्ष ने हिंदी भाषा के लिए रोमन लिपि लागू करने की वकालत की, वे थे - सुभाष चंद्र बोस I.A.S. (Pre) 2000
- अपने अध्यक्षीय संबोधन के समय सुभाष चंद्र बोस ने हिंदी भाषा के लिए रोमन लिपि लागू करने की वकालत की थी।
- सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस के हरिपुरा अधिवेशन (1938) की अध्यक्षता की थी।
भारत के स्वातंत्र्य - प्राप्ति के बाद किसने सुझाव दिया था कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को समाप्त कर दिया जाए - महात्मा गांधी I.A.S. (Pre) 1996/U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2004/P.C.S. (Pre) 2005
- भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद महात्मा गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को समाप्त करने का सुझाव दिया था।
किसने कहा था, कांग्रेस पतन के लिए लड़खड़ा रही है, मेरी सबसे बड़ी अभिलाषा, जब तक मै भारत में हूं, कांग्रेस की शांतिपूर्ण समाप्ति में सहयोग करना है - लॉर्ड कर्जन U.P.P.C.S. (Pre) 2002/U.P.P.C.S. (Mains) 2002
- अंग्रेज शासक समझते थे कि नरमपंथियों के नेतृत्व में कांग्रेस काफी कमजोर है, जनता में इसकी पैठ नहीं है, अतः इसे खत्म किया जा सकता है।
- इस नीति के सबसे बड़े प्रवक्ता थे लॉर्ड कर्जन।
- 1900 ई. में कर्जन ने कहा था - कांग्रेस अब लड़खड़ा रही है और जल्द ही गिरने वाली है।
- मेरा सबसे बड़ा मकसद भी यही है कि मेरे भारत प्रवास के दौरान ही इस पार्टी का अंत हो जाए।
- 1903 ई. में उन्होंने मद्रास गर्वनर को लिखा - जबसे मै भारत आया हूँ, मेरी नीति यही रही है कि किसी भी तरह कांग्रेस को नपुंसक बना दूँं।
- 1904 ई. में कर्जन ने कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में एक कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इंकार कर दिया था।
किस अधिवेशन में कांग्रेस ने पहली बार भारतीय रियासतों के प्रति अपनी नीति घोषित की थी - नागपुर अधिवेशन में U.P.P.C.S. (Pre) 2015
- 1920 ई. में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने नागपुर अधिवेशन में रियासतों के प्रति अपनी नीति की घोषणा करते हुए उनके शासकों से यह मांग की कि प्रजा को पूर्ण उत्तरदायी सरकार दी जाए।
अमृतसर के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अधिवेशन, 1919 के प्रस्ताव के अनुसार महात्मा गांधी द्वारा कांग्रेस का नया संविधान लिखने हेतु किसे उनके सहयोग हेतु चुना गया - एन.सी.केलकर, आई.बी.सेन U.P.P.C.S. (Mains) 2014
- कांग्रेस के संविधान लिखने हेतु महात्मा गांधी, बी.जी.तिलक एवं सी.आर.दास का सहयोग चाहते थे किंतु कार्यधिक्य के कारण इस हेतु नेताद्वय उपलब्ध नहीं हो सके।
- इन शीर्ष नेताओं के स्थानापन्न के रुप में इन्हीं नेताओं के कनिष्ठ सहयोगी एन.सी.केलकर एवं आई.बी.सेन को कांग्रेस संविधान के लेखन में महात्मा गांधी के सहयोग हेतु चुना गया।
कांग्रेस के एक अधिवेशन में एक गवर्नर जनरल ने भाग लिया था। वह गवर्नर जनरल तथा अधिवेशन स्थल कौन सा था - लॉर्ड विलिंगटन - बंबई - 1915 U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2008
- लॉर्ड विलिंगटन ने कांग्रेस के 31 वें अधिवेशन में भाग लिया था।
- इस दौरान वह बंबई का गवर्नर था।
- यह अधिवेशन बंबई में 1915 ई. में आयोजित किया गया।
- ध्यातव्य है कि तब विलिंगटन गवर्नर जनरल नहीं था।
- भारत के गवर्नर जनरल एवं वायसराय के रुप में उसका कार्यकाल 1931 - 36 था।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का एक मात्र अधिवेशन जिसकी अध्यक्षता महात्मा गांधी ने की थी - बेलगांव अधिवेशन - 1924 U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशनों में से किसकी अध्यक्षता सी.विजय राघव चेरियार ने की थी - नागपुर अधिवेशन (1920) U.P.P.C.S. (Mains) 2016
- सी.विजय राघव चेरियार ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन (1920) की अध्यक्षता की थी।
- नागपुर अधिवेशन (1920) में ही सदस्यता शुल्क 4 आना किया गया ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति भी कांग्रेस से जुड़ सके।
1922 में गया के इंडियन नेशनल कांग्रेस के अधिवेशन के अध्यक्ष कौन थे - चितरंजन दास B.P.S.C. (Pre) 2015
- 1922 ई. में जेल से छूटने के बाद चितरंजन दास को गया में कांग्रेस सम्मेलन का निर्वाचित अध्यक्ष घोषित किया गया।
- असहयोग आंदोलन की समाप्ति के बाद, देशबंधु ने सभा प्रवेश कार्यक्रम के जरिए, जैसे सभाओं के भीतर से असहयोग, भारतीय राजनीति को नया आयाम देने का प्रयास किया।
- परंतु सी.राजगोपालाचारी, वल्लभभाई पटेल, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, एन.जी.रंगा, आयंगर आदि नेताओं ने परिषद में प्रवेश करने की नीति का विरोध किया।
- इस अधिवेशन में काउंसिल में प्रवेश न लेने का प्रस्ताव पारित हुआ, फलस्वरुप चितरंजन दास ने त्यागपत्र दे दिया।
- इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के भीतर से स्वराज पार्टी की स्थापना की।
जन - गण - मन पहली बार किस अवसर पर गाया गया था - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन - 1911 U.P.P.C.S. (GIC) 2010
- जन - गण - मन को संविधान सभा ने भारत के राष्ट्रगान के रुप में 24 जनवरी, 1950 को अपनाया था।
- 27 दिसंबर 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था।
किस भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में जवाहर लाल नेहरु ने समाजवाद को भारत की समस्याओं को हल करने की कुंजी बताया - लखनऊ U.P.P.C.S. (Mains) 2015
- 1936 ई. के कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन में जवाहर लाल नेहरु ने समाजवाद को भारत की समस्याओं को हल करने की कुंजी बताया।
- उन्होंने कहा था मैं समाजवाद के अलावा ऐसा कोई दूसरा रास्ता नहीं देखता जो भारत के लोगों को गरीबी - बेकारी और गुलामी से मुक्ति दिला सके।
वर्ष 1938 के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के हरिपुरा अधिवेशन की अध्यक्षता की थी - सुभाष चंद्र बोस U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2008
- कांग्रेस का 51 वां अधिवेशन 19-21 फरवरी, 1938 के दौरान गुजरात के हरिपुरा में संपन्न हुआ था।
- इस अधिवेशन की अध्यक्षता सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
- इस अधिवेशन में राष्ट्रीय नियोजन समिति का गठन किया गया तथा पं. जवाहरलाल नेहरु को इसका अध्यक्ष बनाया गया।
कौन लगातार छः वर्ष तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष था - अबुल कलाम आजाद U.P.P.C.S. (Mains) 2016
- अबुल कलाम आजाद वर्ष 1940 - 46 तक लगातार छः वर्षो तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे।
- आजादी के पूर्व यह सबसे लंबा कार्यकाल था।
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