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भगवा सफ़र : जनसंघ से BJP तक, BJP Foundation | Nitin Sir STUDY91 Viral Videos

🔴 भगवा सफर - जनसंघ से भाजपा तक, 72 साल में 3 से 303 सांसदों तक,
⚫ भारतीय जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी बनने की क्या थी मजबूरी ?
🔵 'जनसंघ पर खड़ी है भारतीय जनता पार्टी की नींव', 
🟠 जनसंघ का दूसरा रूप भाजपा, 
🟡 अतीत के आईने: दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी,
🟢 सियासी दल : कैसे बनी और फिर खत्म हो गई जनसंघ,
🟣 हमारी यात्रा | भारतीय जनता पार्टी, 
⚪ बीजेपी के 43 साल: कैसे जनसंघ से निकलकर बनी दुनिया की सबसे पार्टी,

भगवा सफर .......... जनसंघ से भाजपा तक

  • भाजपा का सम्बन्ध भारतीय जनसंघ से जुड़ा है। आज हम भाजपा के शून्य से शिखर तक पहुँचने की उसकी लम्बी यात्रा के बारे में जानेगें।

  • सफर की शुरुआत - जनसंघ की बुनियाद »

  • जनसंघ की स्थापना श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की। आजादी के बाद जवाहर लाल नेहरू की सरकार में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी केन्द्रीय उद्योग मंत्री थे।

  • किन्तु 19 अप्रैल, 1950 को इन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस के विकल्प के रुप में एक नई राजनीतिक पार्टी खड़ा करने का बीड़ा उठाया।

मुखर्जी जी ने इस्तीफा क्यों दिया ?

  • भारत - पाकिस्तान के बटवारे के बाद लाखों लोगों का पलायन हुआ। दोनों ही देश भीषण दंगों से पीड़ित थे। इसी कारण नेहरू – लियाकत समझौता हुआ। इस समझौते के अनुसार, दोनों देश अल्पसंख्यक आयोग गठित करेंगे। दोनों देशों के अधिकारियों के बीच दिल्ली में 6 दिनों तक बातचीत हुई। इसे दिल्ली पैक्ट के नाम से जाना जाता है।

  • श्यामा प्रसाद जी कश्मीर में लागू अनुच्छेद 370 का विरोध करते थे। वे चाहते थे कि पाकिस्तान विभाजन के बाद भारत का पुनः विभाजन न हो। भारत और कश्मीर में एक समान कानून लागू हो। कश्मीर को दूसरे राज्यों की तरह ही देश का अखंड हिस्सा माना जाए।

नेहरू पर तुष्टीकरण का आरोप »

  • मुखर्जी ने नेहरू पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया और कहा कि –

"एक देश में दो निशान,

दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे।"

  • 19 अप्रैल, 1950 को इस्तीफा देने के बाद वे कश्मीर के लिए निकल पड़े। वे कश्मीर जाकर अपनी बात कहना चाहते थे।

  • जनसंघ का गठन क्यों हुआ ?

  • इसकी मुख्य रूप से 2 वजह थी –

  • नेहरू-लियाकत समझौता

  • महात्मा गाँधी की हत्या के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर प्रतिबंध।

  • स्थिति यह थी कि संघ से जुड़े लोगों को भी सियासी मंच पर अपनी बात रखने के लिए एक राजनीतिक मंच की जरुरत थी। अतः मुखर्जी जी अपना इस्तीफा देने के बाद तत्कालीन सरसंघचालक गुरु गोलवलकर से मिले। जहाँ जनसंघ के गठन की रणनीति बनी।

भारतीय जनसंघ की स्थापना »

  • भारतीय जनसंघ की स्थापना 21 अक्टूबर, 1951 को दिल्ली में एक छोटे से कार्यक्रम में की गई।

  • जनसंघ के संस्थापक –     1. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी

  •     2. प्रो. बलराज माधोक

  •     3. दीन दयाल उपाध्याय

  • जनसंघ का चुनाव चिन्ह ‘दीपक’ और झंडा ‘भगवा रंग’ का रखा गया।

जनसंघ का पहला चुनाव »

  • 1952 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनसंघ ने 94 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। इसमें जनसंघ के पहले तीन सांसद जीतकर आए।

  • कोलकाता साउथ-ईस्ट सीट से श्यामा प्रसाद मुखर्जी 

  • मिदनापुर-झारग्राम सीट से दुर्गा चरण बनर्जी

  • राजस्थान की चित्तौड़ सीट से उमाशंकर त्रिवेदी

जनसंघ के मुख्य मुद्दे »

  • देश में समान नागरिक संहिता

  • गौहत्या पर पूर्णरूप से प्रतिबंध

  • जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म

  • उस समय जम्मू कश्मीर जाने के लिए परमिट की जरुरत होती थी और वहाँ मुख्यमंत्री के बजाय प्रधानमंत्री का पद होता था।

बिना परमिट जम्मू कश्मीर की यात्रा »

  • डॉ. मुखर्जी ने 8 मई, 1953 को बिना परमिट जम्मू कश्मीर की यात्रा शुरु कर दी इसी कारण जम्मू में प्रवेश के बाद डॉ. मुखर्जी को वहाँ की शेख अब्दुला सरकार ने 11 मई को गिरफ्तार कर लिया।

  • मुखर्जी को पहले श्रीनगर सेंट्रल जेल भेजा गया और फिर वहाँ से शहर के बाहर एक कॉटेज में भेज दिया गया। एक महीने से अधिक अवधि तक उन्हें कैद रखा गया।

रहस्यमयी परिस्थिति में मृत्यु »

  • 19-20 जून की रात उन्हें प्लूराइटिस रोग हुआ था। ऐसा डॉक्टर का कहना था। वर्ष 1937 एवं 1944 में भी वह इस रोग से पीड़ित थे।

  • डॉक्टर अली मोहम्मद ने उन्हें स्ट्रेप्टोमाइसिन का इंजेक्शन दिया। हालांकि मुखर्जी ने डॉक्टर अली को बताया था कि उनके फैमिली डॉक्टर ने उनसे कहा है कि यह दवा उनके शरीर को सूट नहीं करती।

  • 22 जून की रात को मुखर्जी जी को हॉर्टअटैक आया और उनका निधन हो गया।

मुखर्जी जी की मृत्यु से खड़े सवाल »

  • अस्पताल में मुखर्जी जी के इलाज के दौरान एक ही नर्स थी राजदुलारी टिकू। जब मुखर्जी जी को पीड़ा हुई तो सबसे पहले डॉ. जगन्नाथ जुत्शी को बुलाया गया। नाजुक हालत देखते हुए कुछ समय बाद डॉक्टर अली को बुलाया गया।

  • मुखर्जी को जेल से ट्रांसफर क्यों किया गया ?

  • मुखर्जी जी को कॉटेज में क्यों रखा गया ?

  • किस आधार पर मुखर्जी जी को एक महीने से अधिक समय तक गिरफ्तार कर रखा गया ?

  • जानबूझकर स्ट्रेप्टोमाइसिन क्यों दिया गया ?

मौत की पहेली »

  • सुभाषचंद्र बोस

  • दीन दयाल उपाध्याय

  • श्यामा प्रसाद मुखर्जी

  • लाल बहादुर शास्त्री

  • जनसंघ द्वारा लोकसभा चुनाव में जीत

  •  साल        वोट फीसदी    सीट

  • 1952    3.1%               3

  • 1957    5.9%               4

  • 1962    6.4%               14

  • 1967    9.4%               35

  • 1971    7.37%               22

जनसंघ से कैसे बनी जनता पार्टी »

  • 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने देश में आपातकाल लागू कर दिया। इसका विरोध जनसंघ के लोगों ने खुलकर किया।

  • 1977 में जब आपातकाल खत्म हुआ तो देश में आम चुनाव की प्रक्रिया शुरु हुई। विपक्षी दलों ने वैचारिक मतभेद भूलाकर इंदिरा गाँधी और कांग्रेस पार्टी को परास्त करने के लिए जनता पार्टी बनायी।

  • जनसंघ + संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी + भारतीय लोक दल = जनता पार्टी

केंद्र में सरकार फिर भी कई धड़ों में बटी पार्टी »

  • मोरारजी देसाई के नेतृत्व में जनता पार्टी की केन्द्र में सरकार बनीं। इसी सरकार में अटल बिहारी वाजपेयी विदेश मंत्री एवं लाल कृष्ण आडवाणी सूचना एवं प्रसारण मंत्री थे।

  • मोरारजी देसाई

  • चौधरी चरण सिंह व राजनरायण

  • बाबू जगजीवन राम

  • जनसंघ के मूल नेता

  • समाजवादीयों ने जनसंघ से आए नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था।

दोहरी सदस्यता का मुद्दा »

  • 1978 में समाजवादी नेता मधु लिमये ने सर्वप्रथम दोहरी सदस्यता का मुद्दा उठाया और कहा कि जनता पार्टी में शामिल लोग जनसंघ एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य एक साथ नहीं रह सकते।

  • समाजवादी में जब उन्हें संघ की सदस्यता छोड़ने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया। इसी कारण 1979 में जनता पार्टी की सरकार गिर गई।

  • लोकदल के नेता चौधरी चरण सिंह कांग्रेस के समर्थन से अगले प्रधानमंत्री बने।

जनता पार्टी से भारतीय जनता पार्टी »

  • राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सदस्यता छोड़ने के मुद्दे पर जनता पार्टी टूट गई। जनसंघ के नेताओं ने अपनी अलग पार्टी बनाने का निश्चय कर लिया। इस तरह भारतीय जनता पार्टी अस्तित्व में आयी।

  • अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी सहित जनसंघ के अन्य नेताओं ने 6 अप्रैल, 1980 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी।

BJP के संस्थापक सदस्य »

  • अटल बिहारी बाजपेयी

  • लालकृष्ण आडवाणी 

  • मुरली मनोहर जोशी

  • नानाजी देशमुख

  • के आर मलकणि

  • सिकंदर बख्त

  • विजय कुमार मल्होत्रा

  • विजय राजे सिंधिया

  • भैरों सिंह शेखावत

  • शांता कुमार

  • जगन्नाथ राव

BJP का चुनाव चिन्ह कमल ही क्यों ?

  • ब्रिटिश शासन के खिलाफ क्रान्तिकारियों ने इस्तेमाल किया था। कमल के फूल को हिन्दू परम्परा से जोड़कर भी देखा जाता है। यह भारत का राष्ट्रीय फूल है अतः यह चिन्ह हिन्दूत्व और राष्ट्रवाद दोनों को साधती है।

  • 1984 में BJP अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता में लोकसभा चुनाव में उतरी किन्तु इसे केवल दो सीट मिली। स्वयं अटल बिहारी वाजपेयी भी चुनाव हार गए।

  • गुजरात की मेहसाणा से एके पटेल

  • आन्ध्र प्रदेश की हनमकोंडा सीट से सी जंगा रेड्डी



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