स्वप्निल कुसले ने पेरिस ओलंपिक 2024 में किस स्पर्धा में कांस्य पदक जीता - निशानेबाजी
भारतीय निशानेबाजी दल ने 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों में भारत के लिए तीसरा पदक जीता है ।
महाराष्ट्र के निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने 1 अगस्त 2024 को पेरिस के चेटेउरौक्स में स्थित राष्ट्रीय शूटिंग केंद्र में खेले गए फाइनल में पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
स्वर्ण पदक चीन के विश्व रिकॉर्ड धारक लियू युकुन ने 463.6 अंकों के साथ जीता जबकि रजत पदक यूक्रेन के सेरही कुलिश ने 461.3 अंकों के साथ जीता।
भारत के लिए राइफल स्पर्धाओं में तीसरा ओलंपिक पदक ।
स्वप्निल कुसाले का कांस्य पदक ओलंपिक इतिहास में राइफल स्पर्धा में भारत के लिए तीसरा पदक था।
अभिनव बिंद्रा ने राइफल निशानेबाज़ी स्पर्धा में भारत के लिए पहला पदक जीता था । उन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था।
गगन नारंग ने 2012 लंदन ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।
भारत के पदक विजेता -
मनु भाकर - महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल (कांस्य)
मनु भाकर और सरबजोत सिंह - 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम शूटिंग (कांस्य)
स्वप्निल कुसाले - पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (कांस्य)
जुलाई 2024 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेन-देन 20.64 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गया। UPI किसके द्वारा विकसित किया गया है - भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI)
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए 1,444 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए। इस दौरान कुल 2,064 लाख करोड़ रुपये की रकम ट्रांसफर की गई।
जुलाई 2023 में यूपीआई के जरिए 9,964 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए और इसके जरिए 1,533 लाख करोड़ रुपये की रकम ट्रांसफर की गई। एक साल में यह रकम 35 फीसदी बढ़ी है।
जुलाई 2024 में रोजाना औसत ट्रांजेक्शन की बात करें तो यह 46 करोड़ 60 लाख रहा और इसके जरिए 66,590 करोड़ रुपये की रकम ट्रांसफर की गई।
बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास, 'तरंग शक्ति 2024' की मेजबानी कौन-सा देश कर रहा है - भारत
भारतीय वायु सेना पहली बार बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास 'तरंग शक्ति' की मेजबानी करेगा। इसमें लगभग 30 देश भाग लेंगे। इसका आयोजन दो फेज में किया जायेगा।
पहला चरण 6-14 अगस्त तक दक्षिण भारत के सुलूर में शुरू होगा। इसमें जर्मनी, फ़्रांस, स्पेन और ब्रिटेन की वायु सेनाएं हिस्सा लेंगी।
दूसरा चरण 6-14 सितंबर तक पश्चिमी क्षेत्र के जोधपुर में होगा, जिसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस, बांग्लादेश, सिंगापुर, यूएई की वायु सेनाएं शामिल होंगी।
रैपिडो इस साल यूनिकॉर्न बनने वाला कौन सा भारतीय स्टार्टअप है - तीसरा
फिनटेक परफियोस (Perfios) और एआई अपस्टार्ट क्रुट्रिम (Krutrim) के बाद रैपिडो (Rapido) इस साल यूनिकॉर्न बनने वाला तीसरा भारतीय स्टार्टअप है।
रैपिडो $120 मिलियन की नई फंडिंग के साथ यूनिकॉर्न बन गई ।
ओला, उबर और नम्मा यात्री के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाली रैपिडो ने हर लेनदेन पर बुकिंग शुल्क या कमीशन लेने के बजाय अपने प्लेटफॉर्म पर ऑटो-रिक्शा चालकों के लिए सदस्यता-आधारित योजनाएं शुरू की हैं।
हाल ही में समाचारों में रहा "झुमुर" किस राज्य में किया जाने वाला पारंपरिक नृत्य है - असम
असम सरकार 8,000 चाय जनजाति कलाकारों के साथ एक भव्य झुमुर नृत्य प्रदर्शन की योजना बना रही है।
झुमुर असम की चाय जनजातियों का एक पारंपरिक नृत्य है, जो शरद ऋतु के दौरान किया जाता है।
इसमें युवा लड़कियाँ खेतों में या पेड़ों के नीचे नृत्य करती हैं, जबकि पुरुष सदस्य मदाल ड्रम, बांसुरी और ताल जैसे वाद्ययंत्र बजाते हैं।
यह नृत्य दैनिक जीवन, खुशियों, दुखों और आकांक्षाओं को दर्शाता है, और मनोरंजन, अनुष्ठान पूजा, प्रणय निवेदन और बारिश के लिए प्रार्थना के रूप में कार्य करता है।
असम में किये जाने वाले अन्य नृत्य -
बिहु - असम का सबसे लोकप्रिय लोक नृत्य है।
सत्रिया नृत्य - असम का क्लासिक नृत्य रूप है जो सत्रिया संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है, जो असम के धार्मिक और सांस्कृतिक ताने-बाने का आधार है।
बारपेटा का भोरताल नृत्य -इसे प्रसिद्ध सत्रिया कलाकार नरहरि बुरहा भकत द्वारा विकसित किया गया था।
झुमुर नृत्य - असम में सौ से ज़्यादा सालों से बसे चाय बागानों के आदिवासियों ने नृत्य का एक संश्लेषित रूप विकसित किया है जिसे " चाह बागनार जुमुर नाच " कहते हैं।
बागुरुम्बा - बोडो समुदाय के द्वारा किया जाता है।
देवधानी - यह नृत्य नाग देवी मनसा की पूजा से जुड़ा है।
ध्यान रहे -
पारंपरिक वाद्ययंत्रों में भैंस के सींग से बना एक वाद्य यंत्र " पेपा" और विभाजित बांस से बना एक वाद्य यंत्र " भोलुका बहोर टोका " शामिल हैं।
हाल ही में, पहली महिला चिकित्सा सेवा महानिदेशक के रूप में किसे नियुक्त किया गया है - साधना सक्सेना नायर
सशस्त्र बलों में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर ने 1 अगस्त 2024 को चिकित्सा सेवा महानिदेशक (सेना) का पद भर संभाला।
वह भारतीय सेना की चिकित्सा सेवाओं में इस प्रतिष्ठित पद को संभालने वाली पहली महिला हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर की उपलब्धियाँ -
लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर ने सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और वे दिसंबर 1985 में भारतीय सेना मेडिकल कोर में नियुक्त हुईं।
महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना) के पद पर शामिल होने से पहले, वह महानिदेशक अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) के पद पर नियुक्त थीं। उन्हें महानिदेशक अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला होने का गौरव भी प्राप्त है।
लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर पश्चिमी वायु कमान और भारतीय वायु सेना के प्रशिक्षण कमान के प्रधान चिकित्सा अधिकारी के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला भी हैं।
महानिदेशक सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के बारे में -
भारतीय सशस्त्र बलों के प्रत्येक विंग - थल सेना, नौसेना और वायु सेना की अपनी एक चिकित्सा शाखा है जो संबंधित बलों में कार्यरत कर्मियों की चिकित्सा संबन्धित जरूरतों को पूरा करते है।
1948 में भारत सरकार द्वारा इन तीनों चिकित्सा सेवाओं को एकीकृत कर सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की स्थापना की गई।
रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की स्थापना भारत सरकार द्वारा 'सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा और अनुसंधान एकीकरण' पर डॉ बी सी रॉय समिति की सिफारिश पर की गई थी।
सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख को महानिदेशक कहा जाता है जो भारतीय सेना (लेफ्टिनेंट जनरल के पद का)भारतीय नौसेना (वाइस एडमिरल के पद का ) भारतीय वायु सेना (एयर मार्शल के पद का) का एक अधिकारी हो सकता है।
विश्व शिल्प परिषद अंतर्राष्ट्रीय से विश्व शिल्प शहर का टैग प्राप्त करने वाला नवीनतम भारतीय शहर कौन सा है - कश्मीर
कश्मीर विश्व शिल्प परिषद की विश्व शिल्प शहर सूची में शामिल होने वाला चौथा भारतीय शहर है। राजस्थान के जयपुर और तमिलनाडु के मामल्लापुरम को 2015 में शामिल किया गया था, और कर्नाटक के मैसूर को 2018 में शामिल किया गया था।
कश्मीर को लाभ
कश्मीर, जिसका लिखित इतिहास 4000 साल से भी ज़्यादा पुराना है, कालीन बुनाई, कनी-शॉल, पेपर माची, खतांबन्द, लकड़ी की नक्काशी, कंडीकारी तांबे के बर्तन और टिल्ला वर्क के लिए मशहूर है। कश्मीरी हस्तशिल्प ईरानी और मध्य एशियाई कला और संस्कृति से काफ़ी प्रभावित हैं।
2021 में, कश्मीर को शिल्प और लोक कला के तहत यूनेस्को के रचनात्मक शहर के रूप में मान्यता दी गई थी।
वर्ल्ड क्राफ्ट काउंसिल इंटरनेशनल के बारे में
विश्व शिल्प परिषद अंतर्राष्ट्रीय की स्थापना 1964 में सुश्री ऐलीन ओसबोर्न वैंडरबिल्ट वेब, सुश्री मार्गरेट मेरविन पैच और सुश्री कमलादेवी चट्टोपाध्याय द्वारा न्यूयॉर्क, अमेरिका में की गई थी।
वित्त वर्ष 2024-25 के अनुसार, विश्व में ऐलुमिनियम उत्पादक के रूप में भारत का स्थान है - दूसरा
भारत अब वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा ऐलुमिनियम उत्पादक है, जिसका उत्पादन वित्त वर्ष 2024-25 की पहले त्रैमास में 1.2% बढ़कर 10.43 लाख टन हो गया है।
लौह अयस्क और चूना पत्थर जैसे प्रमुख खनिजों में जोरदार वृद्धि हुई है, लौह अयस्क का उत्पादन बढ़कर 79 MMT और चूना पत्थर का उत्पादन 116 MMT हो गया है।
चीन विश्व का सबसे बड़ा ऐलुमिनियम उत्पादक देश है।
हाल ही में, युग युगीन भारत संग्रहालय का उद्घाटन किसने किया - गजेंद्र सिंह शेखावत
गजेंद्र सिंह शेखावत ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में ‘युग युगीन भारत संग्रहालय पर राज्य संग्रहालय सम्मेलन’ का उद्घाटन किया।
तीन दिवसीय सम्मेलन में आगामी युग युगीन भारत संग्रहालय को विश्व स्तरीय सुविधा के रूप में विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा यह संग्रहालय दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय होगा, जो 154,000 वर्ग मीटर में फैला होगा।
युग युगीन भारत संग्रहालय के बारे में -
केंद्र सरकार की सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार नई दिल्ली में रायसीना हिल के पास स्थित नॉर्थ और साउथ ब्लॉक क्षेत्र में युग युगीन भारत संग्रहालय स्थापित करेगी।
भारत सरकार नई दिल्ली में स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय को नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में स्थानांतरित कर इसे युगे युगीन भारत संग्रहालय के रूप में विकसित करने की योजना है।
वर्तमान में नॉर्थ और साउथ ब्लॉक भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के कार्यालयों हैं।
1,54,000 वर्गमीटर में फैला प्रस्तावित संग्रहालय दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय होगा।
युग युगीन भारत संग्रहालय को फ्रांस के साथ साझेदारी में विकसित किया जा रहा है।
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट -
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट 2019 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई दिली में एक पुनर्विकास परियोजना है।
20,000 करोड़ रुपये की परियोजना में संसद भवन, केंद्रीय सचिवालय सहित राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक 3.2 किलोमीटर की दूरी का पुनर्विकास, राष्ट्रीय संग्रहालय को नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक में स्थानांतरित करना आदि शामिल हैं।
इसमें भारत के प्रधान मंत्री और उपराष्ट्रपति के लिए नए आवासो का निर्माण भी शामिल है।
इस योजना के तहत सभी परियोजनाओं को 2026 तक चरणबद्ध और क्रमिक तरीके से पूरा करना है।