विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाले जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने हाल ही में मानव ऊतक मानचित्रण परियोजना शुरू की है जिसे MANAV: ह्यूमन एटलस इनिशिएटिव कहा गया है। यह मानव शरीर विज्ञान पर समझ को बेहतर बनाने के लिए शुरू किया गया है। इस पहल का उद्देश्य मानव शरीर के प्रत्येक एकल ऊतक का मानचित्रण करना है ताकि विभिन्न प्रकार की बीमारियों से जुड़े ऊतकों और कोशिकाओं की गहन जानकारी और भूमिका का पता लगाया जा सके। जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने पुणे में दो संस्थानों, भारतीय विज्ञान संस्थान, शिक्षा और अनुसंधान (IISER) और नेशनल सेंटर फॉर सेल साइंस (NCCS) को 13 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है।
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