हाल ही में चर्चा में रहा बैड बैंक किससे संबंधित है -

  • 1

    बैंकिंग का वन-स्टॉप सॉल्यूशन

  • 2

    काले धन के रूप में जमा पूँजी

  • 3

    गैर निष्पादित परिसंपत्तियों को एकत्र करने वाला बैंक

  • 4

    बैंकों के लिए शिकायत प्राधिकरण

Answer:- 3
Explanation:-

नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (NARC) रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) मुंबई के साथ पंजीकृत एक कानूनी इकाई बन गई है। NARC को बैड बैंक भी कहा जाता है। इसे बैंकिंग सिस्टम स्ट्रेस्ड एसेट्स के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन माना जाता है। 2 लाख करोड़ रुपये के बैड लोन खातों को इस नए बैड बैंक में ट्रांसफर किया जाएगा। SBI से 20,000 करोड़ रुपये के बैड लोन ट्रांसफर करने की उम्मीद है। PNB लगभग 8,000 करोड़ रुपये की स्ट्रेस्ड एसेट्स ट्रांसफर करेगा, जबकि, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया लगभग 7800 करोड़ रुपये का NPA ट्रांसफर करेगा। NARC → NARC को 7 जुलाई, 2021 को गठित किया गया था। इसकी अधिकृत पूंजी 100 करोड़ रुपये और चुकता पूंजी 6 करोड़ रुपये है। NARCL में 16 बैंक, 12 सरकारी और 4 निजी बैंक निवेश करेंगे। केनरा बैंक 12% हिस्सेदारी के साथ NARL का एकमात्र प्रायोजक होगा। SBI 9.9% के साथ दूसरा सबसे बड़ा शेयरधारक बनने जा रहा है। NARC का नेतृत्व एसबीआई के स्ट्रेस्ड एसेट्स विशेषज्ञ पद्मकुमार माधवानी (Padmakumar Madhvan) को प्रबंध निदेशक के रूप में करेंगे। आवश्यकता → बैंकिंग प्रणाली पर कुल दबाव 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। इसलिए, दबाव वाली संपत्तियों और सीमित पूंजी के बोझ तले दबे बैंकों के लिए एनपीए का प्रबंधन करना मुश्किल हो जाता है।  क्या होता है एनपीए → रिजर्व बैंक के अनुसार जिस संपत्ति से बैंक की कोई कमाई नहीं होती है, उसे एनपीए या गैर निष्पादनकारी परिसंपत्ति कहा जाता है। यदि किसी लोन की किस्तें 180 दिन से अधिक समय तक नहीं आती हैं तो वह लोन एनपीए की श्रेणी में चला जाता है।  12.5 फीसदी तक पहुंच सकता है एनपीए → अभी देश की बैंकों का एनपीए करीब 8.5 फीसदी है और रिजर्व बैंक ने अनुमान लगाया है कि इस वर्ष के अंत तक यह 12.5 फीसदी तक पहुंच सकता है।  क्या होगा बैड बैंक से लाभ → देश की बैंकों की बैलेंस शीट सुधर जाएगी और उन्हें नए कर्ज देने में सुविधा होगी। सारे बैंकों का एनपीए इसमें समाहित हो जाएगा और वे फंसे कर्ज से मुक्त हो जाएंगे। इससे सरकार को भी फायदा होगा। यदि वह किसी सरकारी बैंक का निजीकरण करना चाहेगी तो उसमें आसानी होगी। वहीं बैड बैंक के जरिए एनपीए यानी डूबत कर्ज को वसूल किया जा सकेगा।  1980 में अमेरिका से हुई इसकी शुरुआत → भारत में बैड बैंक अब शुरू हो रही, लेकिन अमेरिका में यह 1980 के दशक में चालू हो गई थी। भारी एनपीए के कारण वहां के कई बैंक डूबने की कगार पर पहुंच गए थे। तब इस बैंक का विचार आया। बाद में इस विचार को फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, पुर्तगाल जैसे देशों ने भी अपनाया। Study91 Special Current Affairs Fact → हाल ही में चर्चा में रहा बैड बैंक किससे संबंधित है » गैर निष्पादित परिसंपत्तियों को एकत्र करने वाला बैंक केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसके 40वें स्थापना दिवस पर एक वेबिनार को संबोधित किया » नाबार्ड केंद्र सरकार ने किन दो सरकारी बैंकों में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की है » सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक स्विस बैंकों में जमा धन के मामले में भारत किस स्थान पर है » 51 वां स्थान हाल ही में RBI ने किस बैंक के अधिग्रहण को मंजूरी दिया » PMC बैंक वित्त मंत्रालय के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह कितने प्रतिशत बढ़ा है » 100% से अधिक हाल ही में कौन सा बैंक 2031-32 तक कार्बन न्यूट्रल हो जाएगा » HDFC बैंक हाल ही में RBI ने किसे कार्यकारी निदेशक  के रुप में नियुक्त किया है » जोस. जे. कट्टूर हाल ही में RBI की मौद्रिक नीति में रेपो रेट एवं रिवर्स रेपो रेट की दर है » 4.00% एवं 3.35%

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book