सेंटर फॉर सेल एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के वैज्ञानिकों ने बैक्टीरिया में सेल के विकास का अध्ययन करते हुए "Murein EndopeptidiaseK" नामक एक नए एंजाइम की खोज की है। इस नई खोज ने एक नई दवा के उपचार का मार्ग प्रशस्त किया है जो मौजूदा एंटीबायोटिक्स द्वारा एंटी-बैक्टीरियल प्रतिरोध को रोकता है। यह एस्चेरिशिया कोली (ई। कोलाई) में कोशिका भित्ति के प्रोटीन पर कार्य करता है, जो गर्म की निचली आंत में पाया जाने वाला जीवाणु है- खून से सना हुआ जीव। पावन कुमार चोदिसेती, शोध छात्र और उनके संरक्षक डॉ। मंजुला रेड्डी इस खोज की रीढ़ थे। यह खोज प्रोसीडिंग्स ऑफ नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, यूएसए के नवीनतम अंक में प्रकाशित हुई है।
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