भारत में अनेक धर्म है
भारतीयों को धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है।
धर्मानुपालन व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर है।
भारत में राज्य का कोई धर्म नहीं है।
भारतीय संविधान की एक प्रमुख विशेषता भारत में धर्मनिरपेक्ष राज्य की स्थापना है। भारतीय संदर्भ में धर्मनिरपेक्ष शब्द का सही भाव भारत में राज्य का कोई धर्म नहीं है, व्यक्त करता है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने कहा था कि धर्मनिरपेक्ष राज्य का अभिप्राय यह नही ंहै कि लोगों की धार्मिक भावनाओं का ख्याल नहीं किया जाएगा।
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