तत्पुरुष समास
द्वंद्व समास
कर्मधारय समास
बहुव्रीहि समास
जिस समस्त पद में कोई पद प्रधान नहीं होता, दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं। उसमें बहुव्रीहि समास होता है, जैसे - चक्रपाणि, वज्रपाणि, एवं पंकज आदि वज्र है पाणि में जिसके अर्थात इन्द्र, वज्रपाणि । बहुव्रीहि समास है।
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