IIT मद्रास
IIT खड्गपुर
IIT हैदराबाद
IIT कानपुर
IIT मद्रास के अनुसंधान कर्ताओं ने प्रोजेक्ट वाटर चक्र के तहत इसे बनाया।इस प्रोजेक्ट ने जुलाई 2019 इंडियन इनोवेशन ग्रोथ प्रोग्राम 2.0 अवार्ड जीता था। इस सिस्टम के तहत यूरिन को 3 दिन तक स्टोर किया जाता है इससे यूरिया अमोनिया में परिवर्तित हो जाता है।स्टीम डीस्टीलेशन प्रक्रिया के द्वारा अमोनिया को अलग कर लिया जाता है, और इसका उपयोग डीटर्जेन्ट तथा रबर उद्योग में किया जाता है।
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