1 दिसम्बर 2019
1 नवंबर 2019
15 दिसम्बर 2019
15 नवंबर 2019
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वन नेशन वन फास्टैग स्कीम की शुरुआत की। यह स्कीम 1 दिसंबर, 2019 से संपूर्ण देश में लागू होगी। इस योजना का उद्देश्य टोल के संग्रह को डिजिटल रुप से एकीकृत करना तथा संपूर्ण भारत में वाहनों की निर्बाध गतिशीलता को सुनिश्चित करना है। फास्टैग - फास्टैग वे स्टीकर हैं जो वाहनों के विंडस्क्रीन पर चिपकाए जाते हैं। इसमें RFID लगा होता है। जिससे टोल गेटों पर बिना रुके डिजिटल रुप से भुगतान किया जा सकता है। ये टैग बैंक खातों और अन्य भुगतान विधियों से जुड़े होते हैं। जैसे ही एक कार एक टोल प्लाजा को पार करती है। वैसे ही सेंसर स्क्रीन पर लगा हुआ फास्टैग इसकी पहचान कर लेता है। तथा राशि स्वचालित रुप से काट ली जाती है। एवं इससे संबंधित सूचना पंजीकृत मोबाइल फोन नंबर पर भेज दी जाती है। फास्टैग को रिचार्ज करने के लिये क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, आरटीजीएस और नेट बैंकिग का प्रयोग किया जा सकता है। एक फास्टैग पाँच साल के लिए वैध होता है। तथा इसे आवश्यकतानुसार रिचार्ज करना होगा।
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