कर्नाटक
तमिलनाडु
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इसका आयोजन फसल बुवाई के मौसम में या दीपावली के आस-पास किया जाता है।याद रहे यह खेल तमिलनाडु के जल्लीकट्टू एवं दक्षिण कन्नड़ ज़िले के कंबाला के समान ही खेला जाता है।इसमें सैकड़ों प्रशिक्षित और सजे हुए बैलों को भारी भीड़ के बीच दौड़ाया जाता है तथा निर्दिष्ट लक्ष्य तक पहले पहुँचने वाले बैल को विजेता घोषित किया जाता है।साथ ही इसमें लोगों द्वारा भीड़ के बीच से भागते बैल को पकड़ने का प्रयास भी किया जाता है।
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