शिरोमणि पुरस्कार
निशागांधी पुरस्कार
एकलव्य पुरस्कार
माधवदेव पुरस्कार
यह पूर्वोत्तर भारत के असम की प्रसिद्ध नृत्य शैली है। सत्रिया नृत्य की उत्पत्ति 15वीं शताब्दी में श्रीमंत शंकरदेव द्वारा शुरू किये गए नव-वैष्णव आंदोलन के एक हिस्से के रूप में ‘सत्र’ मठ में हुई थी। शंकर देव ने इसे अंकीयानाट के प्रदर्शन के लिये विकसित किया था। इस नृत्य शैली को संगीत अकादमी द्वारा 15 नवंबर, 2000 को शास्त्रीय नृत्य की सूची में शामिल कर लिया गया।
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