आगरकर अनुसंधान संस्थान द्वारा नव विकसित बैक्टीरिया पहचान सेंसर का नाम है -

  • 1

    बग फाइंडर

  • 2

    बग स्निफर

  • 3

    बग क्लीनर

  • 4

    बग स्नूकर

Answer:- 2
Explanation:-

हाल ही में पुणे स्थित ‘अगरकर अनुसंधान संस्थान’ के शोधकर्त्ताओं ने बैक्टीरिया की पहचान करने हेतु एक संवेदनशील और किफायती सेंसर का विकास करने में सफलता प्राप्त की है। इस पोर्टेबल उपकरण के माध्यम से 1 मिमी. के नमूने में मात्र 10 बैक्टीरिया कोशिकाओं के होने पर भी केवल 30 मिनट में इसकी पहचान की जा सकती है। इस उपकरण के उपयोग से सबसे आम रोगजनक जीवाणु ‘एस्चेरिचिया कोलाई’ और ‘सैल्मोनेला टाइफिम्यूरियम’ की आसानी से पहचान की जा सकती है। ‘एस्चेरिचिया कोलाई’- एस्चेरिचिया कोलाई खाद्य पदार्थों, मनुष्यों तथा जानवरों की आँत में पाया जाने वाला एक जीवाणु है। यद्यपि ये जीवाणु अधिकांशतः हानिकारक नहीं होते हैं, परंतु इनमें से कुछ ‘डायरिया’ जैसे रोग का कारण बन सकते हैं जबकि कुछ अन्य के संक्रमण से श्वसन संबंधी बीमारी और निमोनिया जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं। ‘सैल्मोनेला टाइफिम्यूरियम’ -  सैल्मोनेला टाइफिम्यूरियम, सैल्मोनेला समूह का एक रोगजनक जीवाणु है। यह मनुष्य और जानवर दोनों को प्रभावित कर सकता है। पक्षियों के मल से यह एक पक्षी से दूसरे पक्षी तक पहुँच जाता है। इसके संक्रमण से व्यक्ति की आँत में सूजन हो जाती है, जो दस्त, उल्टी, बुखार और पेट में ऐंठन आदि का कारण बनती है।

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