‘वैश्विक पोषण रिपोर्ट-2020' से संबंधित निम्न कथनों की पुष्टि कीजिये – 1-    इसके अनुसार, भारत विश्व के उन 88 देशों में शामिल है, जो संभवतः वर्ष 2025 तक ‘वैश्विक पोषण लक्ष्यों’ को प्राप्त करने में सफल नहीं हो सकेंगे। 2-    विश्व पोषण रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में जिन चार मानकों के आँकड़ों उपलब्ध हैं, भारत उनमें से किसी भी लक्ष्य को नहीं प्राप्त कर सकेगा।   3-    ये चार मानक 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में वृद्धिरोध, प्रजनन योग्य आयु की महिलाओं में एनीमिया के मामले, बच्चों में मोटापा और अनन्य स्तनपान हैं।

  • 1

    1 और 2 सही है

  • 2

    2 और 3 सही है

  • 3

    1 और 3 सही है

  • 4

    1, 2 और 3 सही है

Answer:- 4
Explanation:-

पोषण लक्ष्य: वर्ष 2012 में विश्व स्वास्थ्य सभा में माँ, शिशु और किशोर बच्चों में 6 पोषण लक्ष्यों की पहचान की गई, जिन्हें वर्ष 2025 तक प्राप्त किया जाना था।   1.  5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में वृद्धिरोध या बौनापन के मामलों में 40% की कमी, 
 
2.  19-50 वर्ष की आयु की महिलाओं में एनीमिया के मामलों में 50% की कमी, 
 
3.  कम वज़न के शिशुओं के जन्म के मामलों में 30% की कमी को सुनिश्चित करना, 
 
4.  बच्चों में मोटापे के मामलों में वृद्धि को पूरी तरह से रोकना, 
 
5.  शिशु के जन्म के पहले 6 महीनों में अनन्य स्तनपान (जन्म के शुरुआती 6 माह में शिशु को केवल माँ का दूध) की दर को 50% तक बढ़ाना।
 
6.  बाल निर्बलता/दुबलापन के मामलों में कमी लाना और इसे 5% से कम बनाए रखना।  भारतीय बच्चों में कम वजन और कुपोषण: वर्ष 2000 - 2016 तक लड़कों में कम वज़न के मामलों की दर 66% से घटकर 58.1% तक पहुँच गई साथ लड़कियों में कम वज़न के मामलों की दर 54.2% से घटकर 50.1% तक पहुँच गई थी।  इसके अतिरिक्त भारत में 37.9% बच्चों में बौनेपन और 20.8% में निर्बलता या दुबलेपन के मामले देखे गए है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्रजनन योग्य आयु की दो में से एक महिला में एनीमिया के मामले देखे गए है।

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