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महाराष्ट्र में ठाणे के इंजीनियर ‘प्रतीक तिरोड़कर’ ने COVID-19 रोगियों का इलाज करने वाले अस्पतालों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये पहला 'इंटरनेट-नियंत्रित' रोबोट बनाया है। यह स्वतंत्र रूप से भोजन, पानी, पेय पदार्थ, दवाइयाँ और यहाँ तक कि रोगियों को कुछ अच्छी सलाह भी देता है। इसका डिज़ाइन एवं निर्माण, स्टार्ट-अप PNT Solutions, डोंबिवली (मुंबई) के संस्थापक प्रतीक तिरोड़कर ने किया है। कंपनी ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स तकनीक का उपयोग करके दुनिया के किसी भी स्थान से कोरो-बॉट को संचालित करने के लिये एक विशेष एप बनाया है। इस प्रकार दुनिया में कहीं भी इस तकनीक को चिकित्सा क्षेत्र में स्थापित किया जा सकता है। वर्तमान में पहला कोरो-बॉट कल्याण (मुंबई) के हाली क्रॉस अस्पताल में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया ह
महाराष्ट्र में ठाणे के इंजीनियर ‘प्रतीक तिरोड़कर’ ने COVID-19 रोगियों का इलाज करने वाले अस्पतालों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये पहला 'इंटरनेट-नियंत्रित' रोबोट बनाया है।
यह स्वतंत्र रूप से भोजन, पानी, पेय पदार्थ, दवाइयाँ और यहाँ तक कि रोगियों को कुछ अच्छी सलाह भी देता है।
इसका डिज़ाइन एवं निर्माण, स्टार्ट-अप PNT Solutions, डोंबिवली (मुंबई) के संस्थापक प्रतीक तिरोड़कर ने किया है।
कंपनी ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स तकनीक का उपयोग करके दुनिया के किसी भी स्थान से कोरो-बॉट को संचालित करने के लिये एक विशेष एप बनाया है।
इस प्रकार दुनिया में कहीं भी इस तकनीक को चिकित्सा क्षेत्र में स्थापित किया जा सकता है।
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यह स्वतंत्र रूप से भोजन, पानी, पेय पदार्थ, दवाइयाँ और यहाँ तक कि रोगियों को कुछ अच्छी सलाह भी देता है।
इसका डिज़ाइन एवं निर्माण, स्टार्ट-अप PNT Solutions, डोंबिवली (मुंबई) के संस्थापक प्रतीक तिरोड़कर ने किया है।
कंपनी ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स तकनीक का उपयोग करके दुनिया के किसी भी स्थान से कोरो-बॉट को संचालित करने के लिये एक विशेष एप बनाया है।
इस प्रकार दुनिया में कहीं भी इस तकनीक को चिकित्सा क्षेत्र में स्थापित किया जा सकता है।
वर्तमान में पहला कोरो-बॉट कल्याण (मुंबई) के हाली क्रॉस अस्पताल में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया ह
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