बेस्ट प्लेयर आफ द ईयर
खेल रत्न
अर्जुन पुरस्कार
पद्मश्री
वो 51 साल के थे, 29 जून से बेंगलुरू के अस्पताल में कोरोना के चलते भर्ती थे। उन्होंने 1995 में नॉटिंघम में एक international meet सहित शॉटपुट और जेवलिन थ्रो में कई पदक जीते। उन्हें 2002 में पैरा-एथलेटिक्स और बैडमिंटन में उत्कृष्टता के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया था। वर्ष 2000 में विकलांगों के लिए बैडमिंटन स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की स्थापना की और संस्थापक सचिव बने। जिसे अब पैरा-बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के रूप में जाना जाता है।
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