स्पेस एक्स
बोइंग
स्वार्म टेक्नोलॉजी
इसरो
स्पेस एक्स ने 4 अगस्त 2020 को इस प्रोटोटाइप को लांच किया जो 500 फीट की ऊंचाई तक गया और इसके बाद सेफली लैंड हुआ। स्पेसएक्स की योजना है कि वर्ष 2022 तक मार्स तक कार्गो मिशन भेजा जाए & वर्ष 2024 तक मनुष्य को भी भेजा जाएगा। इसी के लिए SN5 Starship बनाने का काम चल रहा है। इससे काफी हेवी पेलोड वाले सैटेलाइट भी भेजे जा सकेंगे। स्टारशिप एक तरह से स्पेस क्राफ्ट होगा। यह काफी लोड लेकर ट्रैवल कर पाएगा। वर्तमान में दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट ‘फाल्कन हेवी’ है। लेकिन यह भी भारी कार्गो लेकर इंटर प्लैनेटरी मूवमेंट नहीं कर सकता है। मतलब यहां से चंद्रमा और चंद्रमा से यहां तक। या कहें तो पृथ्वी से मंगल ग्रह और मंगल ग्रह से पृथ्वी तक। इसलिए स्पेस एक्स, ऐसे स्पेसशिप को बनाने का काम कर रहा है, जो अर्थ ऑर्बिट, मून और मार्स तक क्रू और कार्गो ले जा सके। इसके लिए स्पेस एक्स दुनिया का सबसे ताकतवर लांच व्हीकल तैयार कर रहा है। इसकी क्षमता अर्थ ऑबिर्ट में 100 मेट्रिक टन (एक लाख किलोग्राम) ले जाने की होगी।
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