हाल ही में घटित‘अपोज़िशन’ नामक  घटना किससे संबंधित है – 1. यह घटना जो प्रत्येक दो वर्ष एवं दो महीने में घटित होती है, इसके कारण मंगल, बृहस्पति ग्रह को पीछे छोड़ते हुए अक्टूबर 2020 में अंतरिक्ष में तीसरी सबसे चमकीली वस्तु बन जाएगा। 2. अंतरिक्ष में सबसे चमकीली वस्तु के संदर्भ में चंद्रमा एवं शुक्र क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर हैं।

  • 1

    केवल 1 सही है

  • 2

    केवल 2 सही है

  • 3

    1 और 2 सही है

  • 4

    इनमें से कोई नही

Answer:- 3
Explanation:-

‘अपोज़िशन’ नामक एक घटना जो प्रत्येक दो वर्ष एवं दो महीने में घटित होती है, के कारण मंगल, बृहस्पति ग्रह को पीछे छोड़ते हुए अक्टूबर 2020 में अंतरिक्ष में तीसरी सबसे चमकीली वस्तु बन जाएगा। इस समय अंतरिक्ष में सबसे चमकीली वस्तु के संदर्भ में चंद्रमा एवं शुक्र क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर हैं। नासा के अनुसार, 6 अक्तूबर, 2020 में जब मंगल ग्रह, पृथ्वी के सबसे निकट था तब 13 अक्टूबर, 2020 को ‘अपोज़िशन’ नामक घटना घटित हुई, परिणामतः वर्ष 2020 में मंगल ग्रह ‘सबसे बड़ा एवं स्पष्ट आकार’ का दिखाई दिया। मंगल की अगली ‘निकटता’ 8 दिसंबर, 2022 को होगा जब यह पृथ्वी से 62.07 किमी. दूर होगा किंतु निकटता का मतलब यह नहीं है कि मंगल, चंद्रमा के समान आकार का दिखाई देगा।
‘अपोज़िशन’ (Opposition):-  ‘अपोज़िशन’ वह घटना है जब सूर्य, पृथ्वी एवं कोई अन्य ग्रह (इस संदर्भ में मंगल ग्रह) एक पंक्ति में होते हैं और सूर्य तथा उस ग्रह के बीच में पृथ्वी होती है।  ‘अपोज़िशन’ की घटना तब घटित होती है जब कोई अन्य ग्रह सामान्य तौर पर किसी वर्ष में पृथ्वी से निकटतम दूरी पर होता है, क्योंकि यह पास होता है इसलिये अंतरिक्ष में चमकदार दिखाई देता है। मंगल की कक्षा में कहीं भी ‘अपोज़िशन’ की घटना हो सकती है किंतु यह तब होती है जब ग्रह सूर्य के सबसे निकट होता है और यह विशेष रूप से पृथ्वी के भी निकट होता है। मंगल के संदर्भ में लगभग प्रत्येक दो वर्ष में सूर्य और मंगल के बीच से पृथ्वी गुज़रती है, ‘अपोज़िशन’ की घटना तब होती है जब तीनों एक सीधी रेखा में व्यवस्थित हो जाते हैं। इसे ‘अपोज़िशन’ क्यों कहा जाता है? नासा के अनुसार, पृथ्वी पर एक व्यक्ति के दृष्टिकोण से मंगल पूर्व में उगता है और पूरी रात रहने के बाद यह पश्चिम में अस्त हो जाता है जैसे- सूर्य पूर्व में उगता है और पश्चिम में अस्त होता है। क्योंकि पृथ्वी के दृष्टिकोण से सूर्य और मंगल आकाश के विपरीत दिशा में दिखाई देते हैं, इसलिये मंगल को ‘अपोज़िशन’ में कहा गया है।

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book