कथन 1 सत्य है।
कथन 2 सत्य है।
उपर्युक्त दोनों कथन सत्य है
इनमें से कोई नहीं
चैपर वायरस – जिस प्रकार कोरोना वायरस, कोरोनवीरिडे वायरस परिवार से संबंधित है, उसी प्रकार चैपर वायरस, एरेनावीरिडे वायरस परिवार से संबंधित है। इस वायरस के कारण मनुष्यों में चैपर हेमोरेजिक फीवर बीमारी होती है। कोरोना वायरस की तुलना में चैपर वायरस का पता लगाना काफी कठिन है, क्योंकि इसका संचरण श्वसन मार्ग से नहीं होता है। इसके बजाय, चैपर वायरस शारीरिक संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इस वायरस का सबसे अधिक प्रसार उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों विशेष रूप से दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में होता है। इसकी कोई दवा नही है इसलिये रोगियों की देखभाल आमतौर पर इंट्रावेनस थेरेपी के माध्यम से ही की जाती है जो कि एक चिकित्सा पद्धति है, जिसके अंतर्गत किसी व्यक्ति की नस में सीधे तरल पदार्थ पहुँचाया जाता है।
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