शिलालेख II
शिलालेख XIII
स्तम्भ लेख VII
लघु शिलालेख
अशोक अपने द्वितीय वृहद शिलालेख में सीमान्त राज्यों में चोल, पाण्डय, केरलपुत्र और सतियपुत्र का उल्लेख करता है। ये सभी तमिल राज्य थे तथा उसके साम्राज्य से बाहर थे। दक्षिण की ओर कर्नाटक राज्य के ब्रह्मगिरि, मास्की, जटिंगरामेश्वरम, सिद्धपुर से अशोक के लघुशिलालेख मिले है। इस आधार पर उसके साम्राज्य की दक्षिणी सीमा कर्नाटक तक जाती है। इससे स्पष्ट है कि धुर दक्षिण को छोड़कर (जो चोल, पाण्ड्य सतियपुत्र तथा केरलपुत्त के अधिकार में थे) सम्पूर्ण भारत अशोक के अधिकार में था।
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