जार्ज ग्रियर्सन
शिवसिंह सेंगर
आचार्य रामचन्द्रन शुक्ल
गार्सा द तासी
राजा शिवप्रसाद सिताराहिन्द
लल्लू लाल
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
बालकृष्ण भट्ट
राम कुमार वर्मा
राम वृक्ष बेनीपुरी
जयशंकर प्रसाद
भारतेन्दु हरिशचन्द्र
आपके दर्शन कर मैं प्रसन्न हुआ है।
काशी नगरी सदा विद्या का केंद्र रही है।
आपसे मेरा सविनयपूर्वक निवेदन है।
उसकी आँखों से आंसू बहने लगे।
यह दवा रोग को समूल नष्ट कर देगी।
उसने बड़े ध्यान के साथ मेरी बात सुनी।
कार्यकर्ता दृढ़ता से संगठित रहे।
मैं वहां पहुंंचा ही था कि आप आ गये।
उसने मुझे खाने को बुलाया।
उसकी ससुराल जयपुर में है।
रास्तों को चौड़ी करना जरुरी है।
मेरे को उससे एक बात कहना है।
श्रीमदभागवत की कथा पंद्रह दिनों में समाप्त हुई।
यूनान गहरे आर्थिक संकट से घिरा हुआ है।
पृथ्वी का कोई भी देश कम्प्यूटर क्रांति के प्रभाव से अछूता नहीं रहा।
अभी देश में सर्वत्र शान्ति है।
महात्मा के दर्शन से मेरा मन गदगद हो गया।
वह तो गया किन्तु वह उसकी पुस्तकें नहीं ले गया।
बबिता और बबिता की बहिन पढ़ने के लिए विद्यालय गई हैं।
तेरे को यहाँ किसने बुलाया है।