जैव विकास, आनुवंशिकी एवं मानव रोग

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Virus Disease | विषाणु जनित रोग | virus disease in hindi

विषाणु जनित रोग

एड्स (AIDS)

वैज्ञानिक नाम - ह्यूमन इम्यूनोडिफिसिएन्सी वायरस

  • अफ्रीका के किंशासा में 1959 में एड्स वायरस
  • भारत में 1986 में एड्स का प्रथम रोगी चेन्नई
  • 1 दिसंबर को एड्स दिवस

चेचक (SMALL POX)

वैज्ञानिक नाम - वैरिओला वायरस

  • तेज बुखार, दर्द तथा लाल दाने निकल जाते है जो बाद में फफोले में बदल जाते है।
  • चेचक का टीका लगवाना चाहिए।

खसरा (MEASLES)

वैज्ञानिक नाम - पोलिनोसा मर्बिलोरम

  • बच्चो में होता है हल्का बुखार, खांसी, लाल दाने निकलते है।
  • खसरे का टीका, साफ सुथरा पानी

हेपेटाइटिस (HEPATITIS)

वैज्ञानिक नाम - हेपेटाइटिस वायरस

  • यकृत का रोग है, हेपेटाइटिस 6 प्रकार के है - 'A', 'B', 'C', 'D', 'E', 'G'
  • हेपेटाइटिस 'A' व 'E' के वायरस पानी में पैदा होते हैं जबकि अन्य रक्त के जरिए संक्रमित करते है।
  • इसमें शरीर पीला पड़ जाता है भूख नहीं लगती है।
  • हेपेटाइटिस का टीका, पौष्टिक भोजन व पूर्णतः आराम करना चाहिए।

गलसुआ (MUMPS)

वैज्ञानिक नाम - मम्पस वायरस

  • लार ग्रन्थि को प्रभावित करता है।
  • शुरु में झुरझुरी, कमजोरी, एक दो दिन बुखार, बाद में कान के नीचे स्थित पैरोटिड ग्रन्थि में सूजन
  • नमक के पानी से सिचाई व टेरामाइसिन का इंजेक्शन

पोलियो (POLIOMYELITIS)

वैज्ञानिक नाम - पोलियो मेलाइटिस

  • इसका प्रभाव केन्द्रीय नाडी पर होता है ये मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली तंत्रिकाओं को क्षति पहुचाते है मांसपेशियां सिकुड जाती है बच्चे विकलांग हो जाते है।
  • बच्चों को पोलियों निरोधी वेक्सीन दी जाती है। साक ने साक टीके को इजेक्शन से दिया जाता है।
  • 1957 में एल्बर्ट सेबीन ने मुख से लेने वाली पोलियो वेक्सीन (ड्राप) की खोज की।

रेबीज (RABIES)

वैज्ञानिक नाम - लाइसा वायरस टाइप 1

  • पागल कुत्ता, लोमड़ी, भेड़िया जिसमें रेबीज के वायरस हों, के काटने से होता है।
  • तंत्रिका तंत्र को मुख्यतः प्रभावित करता है।
  • सिर दर्द, हल्का बुखार व बाद में रोगी पागल हो जाता है एवं कुत्ते की तरह भौकना एवं जीभ निकालने लगता है।
  • रोगी पानी को देखकर या उसकी आवाज से भी डरता है।
  • एण्टी रेबीज का टीका लगवाना चाहिए।
  • एण्टी रेबीज टीके की खोज लुई पाश्चर ने की थी।

इन्फ्लुएंजा (INFULENZA)

वैज्ञानिक नाम - एच 1 ए 1 वायरस

  • सर्दी, खांसी, शरीर में तेज दर्द व बुखार होता है।
  • खांसने, छींकने आदि से ये फैसला है।
  • टेरामाइसीन, टेरासाइक्लीन, एण्टीबायोटिक्स लेनी चाहिए।
  • ठंडी चीजो से परहेज व तुलसी, अदरख से बने काढ़े।

डेंगू बुखार (DENGUE FEVER)

वैज्ञानिक नाम - एंडीज इजिप्टी मच्छर

  • 4 वायरस होते है - डेन - 1, डेन - 2, डेन - 3, डेन - 4,
  • यह मच्छर दिन में काटता है काटने पर यह मनुष्य के रक्त में पहुँच जाता है।
  • तेज बुखार, शरीर में दर्द रहता है।
  • ज्यादा दिन तक रहने पर वायरस रक्त प्लेटलेट्स को तेजी से नष्ट करते है।
  • एण्टीबायोटिक देनी चाहिए व मच्छरो के काटने से बचाना चाहिए।

चिकनगुनिया (CHICKEN GUNIYA)

वैज्ञानिक नाम - चिकनगुनिया वायरस

  • एडिज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है।
  • कपकपी, तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टियां होती है।
  • व्यक्ति को मच्छरों से दूर रखना चाहिए।

जापानी इसेफ्लाटिस

वैज्ञानिक नाम - आर्बो वायरस

  • क्यूलेक्स मच्छरों में पाया जाता है।
  • मस्तिष्क में पहुँचकर ऊतकों को नष्ट कर देते है। स्पाइनल कार्ड प्रभावित होकर फूल जाती है।
  • तेज बुखार, सिर दर्द, ऐंठन तथा मस्तिष्क निष्क्रिय हो जाता है।
  • जे.ई. वैक्सीन - जिसमें SA-14-14-2 की एक खुराक दी जाती है व मच्छरों के काटने से बचाना चाहिए।

बर्डफ्लू (BIRD FLUE)

वैज्ञानिक नाम - एवियन इंफ्लूएंजा H1 N1 वायरस

  • यह वायरस पक्षियों में रहता है तथा यह सुअरों, घोड़ो व मनुष्यों में फैलता है।
  • टामिफ्लू बर्डफ्लू की एक औषधि है जो इसे शुरुआती समय पर लिए जाने पर रोक देती है।

सार्स (SARS)

वैज्ञानिक नाम - कोरोना विषाणु

  • सार्स का पूरा नाम SERVERE ACUTE RESPIRATORY SYNDROM है।
  • व्यक्ति के खांसने, छिंकने व करीब रहने से होता है।
  • इससे बचने के लिए रोगी व्यक्ति से दूर रहना चाहिए व नाक एवं मुँह ढ़क लेना चाहिए।

हपीर्स (HERPES)

वैज्ञानिक नाम - हपीर्स वायरस

  • त्वचा में सूजन आ जाती है बाद में यह कैंसर में बदल जाती है।
  • एन्टीसेप्टक से स्नान कराना चाहिए।

छोटी माता (CHICKEN POX)

वैज्ञानिक नाम - चिकेन पॉक्स

  • रोगी के श्वास लेने या छीकनें के दौरान फैलता है।
  • बुखार हो जाता है व शरीर पर छोटे - छोटे दाने निकल आते है जो बाद में फफोले में तब्दील हो जाते है।
  • चेचक के टीके लगवाना चाहिए तथा साफ - सफाई पर ध्यान देना चाहिए।
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जैव विकास, आनुवंशिकी एवं मानव रोग - 01
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जैव विकास, आनुवंशिकी एवं मानव रोग - 02
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जैव विकास, आनुवंशिकी एवं मानव रोग - 03
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जैव विकास, आनुवंशिकी एवं मानव रोग - 04
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मानव रोग (Human Deaseas)
  • Question 32
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  • language Hin & Eng.
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