रात्रौ प्रच्छन्न गृह-अतिचार किस धारा से संबंधित है -

  • 1

    धारा 443

  • 2

    धारा 444

  • 3

    धारा 442

  • 4

    धारा 441

Answer:- 2
Explanation:-

धारा 444 आईपीसी - रात्रौ प्रच्छन्न गृह-अतिचार – 
(1). धारा 444 सरल शब्दों में, अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के घर में बिना उसकी परमिशन के प्रवेश करता है ओर उसके घर में अतिचार या अनियमितताएं फैलाएगा तो वह व्यक्ति जो ऐसा कार्य करेगा। इस धारा के अंतर्गत दोषी ठहराया जाएगा।
(2). धारा 446 की परिभाषा सरल शब्दों में, अगर किसी व्यक्ति द्वारा रात्रि के समय में दीवार, खिड़की, या गेट का ताला तोड़कर घर में प्रवेश करता है, तब वह व्यक्ति इस धारा के अंतर्गत दोषी पाया जाएगा।
नोट:- दोनों धारा में व्यक्ति को रात्रि के समय घर में घुसने मात्र से दोषी माना जाएगा एवं उनका उद्देश्य घर में जाकर अनियमितता फैलाना हो।
सजा:- दोनो अपराध के लिए तीन वर्ष की कारावास और जुर्माने से दंडित किया जा सकता है। धारा 443 आईपीसी:- प्रच्छन्न गृह-अतिचार धारा 442:- गृह अतिचार धारा 441:-  आपराधिक अतिचार 

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