1,2 और 4
1,2 और 3
2,3 और 4
1 और 2
हमारे संविधान में सभी धर्मों को समान्य मान्यता प्राप्त है। इसलिए कहा जाता है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है लेकिन शिक्षा को लेकर यह कहा गया है कि किसी एक विशेष धर्म को लेकर शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा नहीं दी जायेगी।
Post your Comments