मूल स्वर
एकल स्वर
संधि स्वर
ह्रस्व स्वर
स्वरों का वर्गीकरण- स्वरों का वर्गीकरण निम्न आधारों पर किया जाता है।
1. उत्पत्ति के आधार पर – स्वरों के दो भेद होते हैं।
i. मूल स्वर, ii. संधि स्वर
i. मूल स्वर/ एकल स्तर – ऐसे स्वर जिनकी उत्पत्ति में किसी अन्य वर्ण का योगदान नहीं होता है। उन्हें मूल स्वर या एकल स्वर कहते हैं। इनकी संख्या 04 है। (अ,ई,उ,ऋ)
ii. सन्ध्य/सन्धि स्वर – ऐसे स्वर जिनका निर्माण दो स्वरों के योग से हुआ है, उन्हें सन्ध्य/सन्धि स्वर कहते है। इनकी संख्या 07 है।
आ - (अ+अ), ई - (इ+ई), ऊ - (उ+उ), ए - (अ+इ), ऐ - (अ+ए), ओ - (अ+उ), औ - (अ+ओ)।
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