जिन स्वरों के उच्चारण में ओष्ठ गोल नहीं होते हैं, बल्कि फैल जाते हैं, कहलाते हैं -

  • 1

    वृत्तमुखी स्वर

  • 2

    वर्तुलित स्वर

  • 3

    ओष्ठ्य स्वर

  • 4

    अवर्तुलित स्वर

Answer:- 4
Explanation:-

ओष्ठ की आकृति के आधार →
स्वर दो प्रकार के होते हैं।
1. वृत्तमुखी/गोल/ओष्ठ्य/वर्तुलित स्वर
2. अवर्तुलित/अवृत्तमुखी स्वर
1. वृत्तमुखी/गोल/ओष्ठय/वर्तुलित स्वर – ओष्ठ्य को वृत्ताकार करके जिन स्वरों का उच्चारण होता है, उन्हें वृत्तमुखी स्वर कहते हैं।
उदा. – उ,ऊ,ओ,औ,ऑ
2. अवर्तुलित/अवृत्तमुखी स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में ओष्ठ गोल नहीं होते हैं, बल्कि फैल जाते हैं। उन्हें अवृत्तमुखी स्वर कहते हैं।
उदा. – आ,इ,ई,ऋ,ए,ऐ
(नोट – ‘अ’ उदासीन स्वर है विकल्प में न होने पर अवृत्तमुखी चुने।)

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