सघोष व्यंजन कहलाता है -

  • 1

    प्रत्येक वर्ग का 3, 4, 5 वर्ण

  • 2

    सभी अन्तःस्थ व्यंजन

  • 3

  • 4

    उपर्युक्त सभी

Answer:- 4
Explanation:-

सघोष/घोष व्यंजन – जिन व्यंजन वर्णों का उच्चारण करते समय स्वरतंत्री में नाद या कम्पन्न होता है, वे सघोष या घोष व्यंजन कहलाते हैं।
प्रत्येक वर्ग का तीसरा ,चौथा , पाँचवाँ वर्ण सघोष होता है।
अन्त:स्थ व्यंजन (य,र,ल,व) भी सघोष होते हैं।
ऊष्म व्यंजनों में से ‘ह’ सघोष होता है।
सभी स्वर भी सघोष होते हैं।
कवर्ग :    ग    घ    ड़    (कण्ठ से)
चवर्ग :    ज    झ    ञ    (तालु से)
टवर्ग :    ड    ढ    ण    (मूर्द्धा से)
तवर्ग :    द    ध    न    (दन्त से)
पवर्ग :    ब    भ    म    (ओष्ठ से)
(सघोष व्यंजन (20) + सघोष स्वर (11) = 31 सघोष वर्ण)

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