अर्द्धविराम
उद्धरण चिह्न
योजक चिह्न
निर्देशक चिह्न
अर्द्धविराम (;) (Semicolon) → अर्द्धविराम का अर्थ है – ‘आधा ठहराव’।
अर्द्धविराम का प्रयोग निम्नलिखित स्थितियों में किया जाता है –
(क) एक उपवाक्य या वाक्यांश का दूसरे उपवाक्य या वाक्यांश से दूर का सम्बन्ध दिखाने के लिए अर्द्धविराम का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण → बिजली चमकी; फिर भी वर्षा नहीं हुई।
संदीप विद्यालय नहीं आया; क्योंकि वह बीमार था।
(ख) सभी प्रकार की उपाधियों के लेखन में दो उपाधियों के बीच में अर्द्धविराम चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण → बी.ए.; एम.ए.; एम.एड.; एम.एस.सी.; आदि।
(ग) जहाँ कई वर्गों की बातें की जा रही हों, तो प्रत्येक वर्ग के अन्त में अर्द्धविराम का प्रयोग होता है।
उदाहरण → भोजन के लिए पूड़ी; पोलाव; मटर पनीर; दही; छाछ; पापड़; सालाद और मिठाईयों की व्यवस्था करनी है।
(घ) मिश्र तथा संयुक्त वाक्यों में विपरीत अर्थ प्रकट करने के लिए उपवाक्यों के बीच अर्द्धविराम का प्रयोग होता है।
उदाहरण → गाँधी जी नहीं रहे; वे तो अमर हो गए।
(ङ) किसी वाक्य उपवाक्यों को आपस में से अलग करने के लिए अर्द्धविराम का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण → आज सर्वत्र अराजकता है; गुण्डागर्दी चरम सीमा पर है; किन्तु कोई पूछने वाला नहीं है।
Post your Comments