प्रतियोगिता तथा होड़
लालच
पहचान बनाने की इच्छा
उपर्युक्त सभी
हर समय इसके पीछे पैसे नहीं होते। दूसरे हैकर के बीच अपनी पहचान बनाने की इच्छा या खुद को दूसरों से बेहतर बताने की होड़ के चक्कर में भी हैकिंग शुरू होती है। सुरक्षित साईट तक पहुंच बनाने की हनक और उसे तोड़ने में जीत का एहसास होना भी इसके पीछे एक बड़ा कारण माना जाता है।
साइबर अपराध के प्रकार
1. हैकिंग → आपस की प्रतियोगिता अथवा होड़ के कारण कम्पनी के लोगों द्वारा परस्पर एक-दूसरे की व्यापारिक सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए हैकर्स की सेवाएँ ली जाती है।
2. साइबर कूटरचना → जब कूटरचना या अपराध कम्प्यूटर, प्रिण्टर्स और स्कैनर के माध्यम से किया जाता है, तो इसे साइबर कूटरचना के नाम से जाना जाता है।
3. साइबर मानहानि → किसी अश्लील फोटोग्राफ को वेबसाइट पर डालना, किसी लड़की या स्त्री की नग्न तस्वीर को वेबसाइट पर जारी करना, मान हानिकारक कथन करना आदि साइबर मानहानि के रुप में जाना जाता है।
4. वित्तीय अपराध → इस अपराध की जड़ अधिक धन कमाना होता है और रातो-रात अमीर बन जाने का सपना होता है। ऐसे अपराध सामान्यतः ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग, इण्टरनेट और मोबाइल बैकिंग इत्यादि के माध्यम से किए जाते है।
मनी लाड्रिंग, खाता संबंधित घोटाले, क्रेडिट कार्ड संबंधित घोटाले, कम्प्यूटर हेरा-फेरी और बैकिंग सेवाओं की हैकिंग जैसे अपराध किये जाते हैं।
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