जीवकचिन्तामणि
मणिमेखलै
शिल्पादिकारम्
उपरोक्त सभी
मणिमेखलै, कवि चितलाई चतलाई चतनार द्वारा रचित एक महाकाव्य है जो कि आधुनिक तमिल साहित्य पांच महाकाव्य में एक है। मणिमेखलै 30 शब्दों का काव्य है। यह एक अन्य पांच महाकाव्यों में सिलापतिकारम की ही उत्तर - कृति है जो कोवालन तथा माधवी की पुत्री की कथा बताती है जो बौद्ध भिक्षुणी बन गई थी।
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