‘धातूष्मा’ में प्रयुक्त सन्धि है -

  • 1

    अयादि

  • 2

    गुण

  • 3

    दीर्घ

  • 4

    यण्

Answer:- 3
Explanation:-

धातूष्मा = धातु + ऊष्मा में दीर्घ स्वर संधि है। इसके नियमानुसार जब ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ, के बाद ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ आये तो दोनों मिलकर दीर्घ आ, ई, ऊ बन जाते हैं। जैसे → लघु + ऊर्मि = लघूर्मि सिंधु + ऊर्मि = सिंधूर्मि साधु + ऊर्जा = साधूर्जा वधू + उत्सव = वधूत्सव

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book