a,b
b,c
c,d
a,c
'रवि को चाहत सरोज ज्यों, ससि को चाहत चकोर, घन को चाहत मोर ज्यों, त्यों तुम को मन मोर' काव्यांश में उपमा और रूपक दोनों अलंकार है। जहाँ एक वस्तु की तुलना दूसरी वस्तु से की जाए वहाँ उपमा अलंकार होता है और उपमेय में उपमान का आरोप रूपक कहलाता है।
Post your Comments