खान अब्दुल गफ्फार खां
डब्लू.सी बनर्जी
दादाभाई नौरोजी
मोतीलाल नेहरू
दादाभाई नौरोजी को लोग श्रद्धा से ‘भारत के वयोवृद्ध नेता’ (Grand Old Man of India) के नाम से स्मरण करते हैं। 1892 ई. में वे पहले भारतीय थे, जो उदारवादी दल की ओर से फिंसबरी से ब्रिटिश संसद के सदस्य चुने गए। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1886, 1893 और 1906 में अध्यक्ष भी रहे। सी.वाई. चिंतामणि ने दादाभाई नौरोजी के विषय में कहा था कि “भारत के सार्वजनिक जीवन को अनेक बुद्धिमान और निःस्वार्थ नेताओं ने सुशोभित किया है परंतु हमारे युग में कोई भी दादाभाई नौरोजी जैसा नहीं था।” दूसरी ओर गोखले ने कहा था - “यदि मनुष्य में कहीं देवत्व है तो वह दादाभाई में है।”
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