निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए - सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था, बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी, लेकिन गाड़ी बिल्कुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा, “क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं, गाड़ी क्यों रोकी।" बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।" टूटी पटरी को देखकर ड्राइवर के मन में बच्चे के प्रति आया होगा -

  • 1

    क्रोध का भाव

  • 2

    दु:ख का भाव

  • 3

    शाबासी देने का भाव

  • 4

    निंदा का भाव

Answer:- 3
Explanation:-

टूटी पटरी को देखकर ड्राइवर के मन में ‘बच्चे को शबासी देने का भाव’ आया होगा।

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