कुमारगुप्त
चंद्रगुप्त प्रथम
चंद्रगुप्त द्वितीय
समुद्रगुप्त
गुप्तवंशी शासक चंद्रगुप्त द्वितीय को देवगुप्त, देवराज तथा देवक्षी आदि नामों से जाना जाता था। समुद्रगुप्त कवि, संगीतज्ञ तथा विद्या का संरक्षक था। इसीलिए इसे कविराज कहा जाता था। कुमारगुप्त के शासन काल में नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना तथा इसके सिक्कों पर अश्वमेघ यज्ञ का साक्ष्य मिलता है।
Post your Comments