भारतीय समाजशास्त्र को सर्वोपरि स्थान नहीं देते
भारतीय भाषाओं का अध्ययन नहीं करते
विदेशी चश्में लगाकर अपने लोगों को देखते हैं
नई पीढ़ी को भीतर से खोखला कर रहे हैं
शिक्षित जन और सामान्य जनता में निरंतर अंतर बढ़ने का कारण है कि हम विदेशी चश्में लगाकर अपने लोगों को देखते हैं।
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