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भगवती
भाग्यवती
भागिनी
भाग्यवान
संस्कृत के ‘वान’ और ‘मान’ प्रत्ययान्त विशेषण शब्दों में ‘वान’ तथा ‘मान’ को क्रमश: ‘वती’ और ‘मती’ कर देने से स्त्रीलिंग रूप बनता है। जैसे- बुद्धिमान - बुद्धिमती, बलवान - बलवती आदि।
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