निष्कर्म
संयोग
सदैव
गिरीश
विसर्ग संधि का उदाहरण है - निष्कर्म। निष्कर्म का संधि विच्छेद है - नि:+कर्म। शेष दिए हुए शब्दों का संधि विच्छेद इस प्रकार है - संयोग = सम् + योग (व्यंजन संधि) सदैव = सदा + एव (वृद्धि स्वर संधि) गिरीश = गिरि + ईश (दीर्घ स्वर संधि)
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