हुमायूं
अकबर
जहांगीर
शेरशाह
शेरशाह का शासनकाल भारतीय मुद्रा के इतिहास में परीक्षण का काल था। उसने मिश्रित धातु के सिक्के बन्द कर दिये तथा शुद्ध सोना, चाँदी तथा ताँबे के सिक्कों का प्रचलन किया, जिनकी तौल एवं आकार निश्चित था। उसके चाँदी के रूपये की तौल 180 ग्रेन थी जिसमें 173 ग्रेन विशुद्ध चाँदी होती थी। इस पर प्राय: अरबी अक्षरों के अतिरिक्त नागरी अक्षरों में भी सुल्तान का नाम अंकित रहता था।
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