मालविकाग्निमित्रम
रत्नावली
स्वप्नवासवदत्ता
मेघदूत
मालविकाग्निमित्रम कालिदास द्वारा रचित संस्कृत नाटक है। यह 5 अंकों का नाटक है, जिसमें मालवेदश की राजकुमारी मालविक तथा विदिशा के राजा अग्निमित्र का प्रेम और उनके विवाह का वर्णन है। वस्तुतः यह नाटक राजमहलों में चलने वाले प्रणय षणयंत्रों का उन्मूलन है।
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