सविनय अवज्ञा आन्दोलन
स्वदेशी आन्दोलन
भारत छोड़ो आन्दोलन
असहयोग आन्दोलन
बंग-भंग के विरोध में स्वदेशी आन्दोलन का जन्म हुआ। इसके लिए 7 अगस्त, 1905 को कलकत्ता के टाउन हाल में स्वदेशी आन्दोलन की औपचारिक घोषणा की गई। जिसमें सभी विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया गया तथा उनकी होली जलाई गयी। जिसका लक्ष्य आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना था। जिसके तहत अनेक कारखाने व बीमा कम्पनियां खुली। आचार्य पी.सी. राय ने प्रसिद्ध बंगाल केमिकल स्वदेशी स्टोर्स की स्थापना की। ब्रेिटिश वस्तुओं के बहिष्कार का सर्वप्रथम सुझाव कृष्ण कुमार मित्र ने दिया।
Post your Comments