विराट तेज खेलता है
विराट खेलता तेज है
तेज खेलता है विराट
खेलता है तेज विराट
पदक्रम की दृष्टि से "विराट तेज खेलता है।" वाक्य शुद्ध है। हिन्दी में सामान्यत: 'कर्ता + कर्म + क्रिया' के प्रारूप से वाक्य बनता है। कर्ता, कर्म एवं क्रिया का विस्तार उनके इसी संगत क्रम में इनके ठीक पूर्व ही संलग्न होता है।
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