भारत में भाषाओं का साहित्यिक विकास क्रम माना जाता है -

  • 1

    पालि, संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश

  • 2

    संस्कृत, प्राकृत, पालि, अपभ्रंश

  • 3

    संस्कृत, अपभ्रंश, पालि, प्राकृत

  • 4

    संस्कृत, पालि, प्राकृत, अपभ्रंश

Answer:- 4
Explanation:-

हिन्दी भाषा के उद्भव एवं विकास का सही क्रम - संस्कृत → पाली → प्राकृत → अपभ्रंश → शौरसेनी → पश्चिमी हिन्दी तथा खड़ी बोली है।

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book