भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 कब अधिनियमित हुआ-

  • 1

    9 अगस्त, 1988

  • 2

    10 अक्टूबर, 1988

  • 3

    9 सितम्बर, 1988

  • 4

    10 दिसम्बर, 1987

Answer:- 3
Explanation:-

भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (यह जम्मू-कश्मीर राज्य में पहले लागू नहीं था)

  • भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 करीब तीन दशक पुराना है।
  • इसे संशोधन के लिये 2013 में संसद में पेश किया गया था, लेकिन सहमति न बन पाने पर इसे स्थायी समिति और प्रवर समिति के पास भेजा गया। साथ ही समीक्षा के लिये इसे विधि आयोग के पास भी भेजा गया।
  • समिति ने 2016 में अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसके बाद 2017 में इसे दोबारा संसद में लाया गया। पारित होने के बाद इसे भ्रष्टाचार निरोधक संशोधन विधेयक-2018 कहा गया। 
  • संशोधित विधेयक में रिश्वत देने वाले को भी इसके दायरे लाया गया है। 
  • इसमें भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और ईमानदार कर्मचारियों को संरक्षण देने का प्रावधान है।
  • लोकसेवकों पर भ्रष्टाचार का मामला चलाने से पहले केंद्र के मामले में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्तों से अनुमति लेनी होगी।
  • रिश्वत देने वाले को अपना पक्ष रखने के लिये 7 दिन का समय दिया जाएगा, जिसे 15 दिन तक बढ़ाया जा सकता है।
  • जाँच के दौरान यह भी देखा जाएगा कि रिश्वत किन परिस्थितियों में दी गई है। 

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