चलना
जगाना
पढ़ना
बदलना
जगाना प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया है। प्रेरणार्थक क्रियाएँ अकर्मक एवं सकर्मक दोनों क्रियाओं से बनती है ‘आना’ जोड़ने से प्रथम प्रेरणार्थक एवं ‘वाना’ जोड़ने से द्वितीय प्रेरणार्थक रुप बनते हैं। मूलधातु प्रथम प्रेरणार्थक द्वितीय प्रेरणार्थक जागना जगाना जगवाना चलना चलाना चलवाना पढ़ना पढ़ाना पढ़वाना
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